रुद्रप्रयाग-चमोली में भारी बारिश

देहरादूनः उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में आज भी मौसम बिगड़ रहा। देर शाम रुद्रप्रयाग और चमोली में भारी बारिश हुई। वहीं अगस्त्यमुनि में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। साथ ही भारी बारिश से ओरिंग गांव में दो पुलिया बहने की सूचना है।

चमोली जिले के नंदप्रयाग क्षेत्र में अतिवृष्टि से बरसाती गदेरा उफान पर आ गया, जिससे लोगों में दहशत का माहौल रहा। गदेरे में आया मलबा बदरीनाथ हाईवे पर स्थित नंदप्रयाग बाजार की दुकानों में जा घुसा। शाम पांच बजे बारिश थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।

साढ़े चार बजे भारी बारिश के दौरान धारकोट और ग्वाईं गांव के बीचोंबीच बहने वाला गदेरा उफान पर आ गया। बदरीनाथ हाईवे पर पहुंचते ही गदेरा नंदप्रयाग बाजार की ओर पलट गया। हाईवे पर पिछले लंबे समय से आधी-अधूरी पड़ी नाली से होते हुए मलबा नंदप्रयाग बाजार की दुकानों तक जा पहुंचा। जिससे मोहित, सूरज और सतीश कंडेरी की दुकानों में मलबा घुस गया।

बाजार में खड़े वाहन भी मलबे से भर गए थे, जिन्हें बाद में हटा लिया गया। जीआईसी नंदप्रयाग के समीप वाले गदेरे में भी पानी बढ़ने से अलकनंदा का जलस्तर भी बढ़ गया है। शाम पांच बजे बारिश थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। बारिश बंद होने पर नदी का जलस्तर भी धीरे-धीरे कम होने लगा है।

भारी बारिश के दौरान नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण सड़क पर एक पेड़ टूटकर गिर गया। जिससे यहां करीब दो घंटे तक वाहनों की आवाजाही रुकी रही। सड़क पर पेड़ गिरने की सूचना पर फायर सर्विस गोपेश्वर की टीम मौके पर पहुंची। फायर के जवानों ने कटर मशीन की मदद से पेड़ को काटकर यातायात सुचारु करवाया।

चमोली जनपद में लगातार दूसरे दिन भी मौसम खराब रहा। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई तो निचले क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। तेज बारिश से बदरीनाथ हाईवे पर चल रहा काम रुक गया है। गोपेश्वर खेल मैदान में पानी भरने से यहां ट्रैक के सुधारीकरण का कार्य भी प्रभावित हो गया है।

बृहस्पतिवार को सुबह मौसम सामान्य रहा, लेकिन दोपहर दो बजे से निचले क्षेत्रों में बारिश शुरू हो गई, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। मौसम में अचानक आए बदलाव से ठंडक बढ़ गई है। लोगों ने गर्म कपड़े फिर से बाहर निकाल दिए हैं। बदरीनाथ धाम की ऊंची चोटियों के साथ ही हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, रुद्रनाथ सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई जो देर शाम तक भी जारी रही।

मंडल घाटी के साथ ही जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में बृहस्पतिवार को बारिश के साथ करीब आधा घंटे तक ओलावृष्टि हुई, जिससे नकदी फसलों को भारी नुकसान हुआ। आम के पेड़ों पर लगे बौर झड़ गए हैं। अखरोट, आडू, पोलम, संतरा, कद्दू, लहसून, प्याज, खीरा आदि फसलों के नुकसान हुआ है।

प्रगतिशील किसान भगत कन्याल का कहना है कि करीब आधे घंटे की ओलावृष्टि ने फसलों के बरबाद कर दिया है। बेल वाली सब्जियों के पौधे भी नष्ट हो गए हैं। उन्होंने उद्यान विभाग से फसलों को हुए नुकसान का निरीक्षण कर प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की मांग उठाई।

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