36 देशों के नागरिकों को हमास ने बनाया बंधक

तेल अवीव। इजरायल और फलस्तीन संघर्ष पर दिन-ब-दिन और घातक होता जा रहा है। 7 अक्टूबर को शुरू हुए इस युद्ध में 1300 से अधिक इजरायलियों और 2300 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है। वहीं, मौत का सिलसिला अब भी जारी है। इसका सबसे बड़ा नुकसान गाजा पट्टी पर रह रहे लोगों को भुगतना पड़ा है।

इस बीच, इजरायली अभिनेत्री रोना-ली शिमोन ने वहां के हालातों को लेकर मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि इजरायल में प्रत्येक नागरिक बंधकों को वापस लाने का समर्थन कर रहा है। हम उन्हें वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। 8 दिन पहले जो हुआ वह मेरी जिंदगी का सबसे भयानक पल है।

रोना-ली शिमोन ने कहा, “मैं और इजरायल का हर एक नागरिक अभी इसी कोशिश में लगा हुआ है कि हम अपने देश के बंधकों को वापस ले आएं। इसके लिए हम सब अपनी पूरी ताकत के साथ कोशिश कर रहे हैं। पिछले आठ दिनों में जो कुछ हुआ है, वह इजरायल के नागरिकों और मेरे अपने लोगों के जिंदगी का सबसे भयानक पल है।”

उन्होंने बंधकों के प्रति अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “अभी हमारे लिए जो सबसे जरूरी काम है, जो हमें करना है और हम कर रहे हैं, वो है अपने बंधक साथियों को सुरक्षित वापस लाना। इसके लिए हम अपनी सेना का पूरा समर्थन कर रहे हैं, उनके हर एक बात का खास ध्यान रख रहे हैं। हम एक हिंसक युद्ध के बीच में फंसे हुए हैं, जो आने वाले समय में लोगों की जिंदगी के लिए और भी घातक हो सकता है, लेकिन अब हम हर एक परिस्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”

रोना-सी शिमोन ने पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि आतंकवादी संगठन हमास, उन बंधकों को रिहा कर देंगे, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, “इस सवाल का जवाब मेरे पास नहीं है, लेकिन मैं उम्मीद करती हूं कि इस धरती का हर एक देश अपनी पूरी शक्ति के साथ हमारा समर्थन करें और हमारे साथियों को अपने देश वापस लाने में मदद करें। हमास के आतंकियों ने सिर्फ इजरायलियों और यहूदियों को अपना बंधक नहीं बनाया है, बल्कि उसने विश्व के 36 देशों के नागरिकों को अपना बंधक बनाया है।”

इजरायल और हमास युद्ध में अब तक 1300 से अधिक इजरायली नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि 3600 से अधिक घायल हुए हैं। इजरायली रक्षा मंत्री गैलेंट ने कहा कि अनुमान है कि गाजा पट्टी में हमास ने 150-200 लोगों को बंधक बनाया है, जिनका पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *