उत्तरकाशी : विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट 1 अप्रैल को पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे। जिसके बाद पर्यटक गर्तांगली, नेलांग और गोमुख तपोवन की सैर कर सकें। भले ही गंगोत्री और गोमुख के बीच कई स्थानों पर हिमखंड के कारण ट्रैक अवरुद्ध है।
हिमखंड की बर्फ हटाने और पिघलने में अभी समय लगेगा। ऐसे में केवल पर्वतारोही पर्यटकों को ही गोमख तपोवन जाने की अनुमति मिल सकती है। आम पर्यटकों को गोमुख-तपोवन की ट्रैकिंग के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में गंगोत्री ग्लेशियर, हिमालय की प्रसिद्ध चोटियां, गंगा का उद्गम स्थल गोमुख, केदारताल, भारत चीन सीमा पर स्थित नेलांग घाटी और ऐतिहासिक गर्तांगली व अन्य कई पर्यटक स्थल हैं। 1553 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला गंगोत्री नेशनल पार्क हिम तेंदुआ के लिए खास पहचान रखता है।
इसके अलावा पार्क में भूरा भालू, काला भालू, भरल, अगराली भेड़, लाल लोमड़ी सहित कई वन्यजीव विचरण करते हैं। दुनिया के पर्वतारोही भी गंगोत्री नेशनल पार्क में स्थित विश्व प्रसिद्ध चोटियों के आरोहण के लिए आते हैं। शीतकाल में 1 दिसंबर से लेकर 31 मार्च तक पार्क के गेट पर्वतारोही और सैलानियों के लिए बंद रहते हैं।
गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन आगामी 1 अप्रैल को पार्क के गेट खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। पार्क के गेट खुलने पर पर्यटक गर्तांगली की सैर भी कर सकेंगे। गर्तांगली गेट पर भी पार्क की ओर से तैयारी की गई है।