देहरादून। राजस्थान स्थित मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने गए एक ही परिवार के चार सदस्यों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। चारों के शव धर्मशाला के कमरे में मिले हैं।एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने बताया कि रायपुर स्थित चकतुनवाला निवासी एक ही परिवार के चार लोग सुरेंद्र कुमार, उनकी पत्नी, बेटा नितिन कुमार और बेटी नीलम राजस्थान के दौसा जिले में स्थित मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने गए थे।
वह करौली जिले में स्थित एक धर्मशाला में रुके हुए थे। मंगलवार को पुलिस को धर्मशाला के कमरे में शव मिलने की जानकारी मिली। एसपी सिटी ने बताया कि उनके घर पर ताला लगा हुआ है। मृतक का एक भाई मोहकमपुर में रहता है, जिन्हें घटना की सूचना दे दी गई है। वह राजस्थान के लिए रवाना हो चुके हैं।
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के टीकाकरण केंद्र में तैनात एएनएम की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। मंगलवार को करीब डेढ़ बजे उनकी तबीयत खराब हुई और मुंह से खून आने लगा। जिसके बाद साथी कर्मचारी उन्हें तुरंत इमरजेंसी में लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार, नेहरूग्राम निवासी 46 वर्षीय महिला स्वास्थ्यकर्मी चित्रा भंडारी बीते कुछ वक्त से बीमार थी। उनका टाइफाइड का उपचार चल रहा था। सोमवार को वह अवकाश पर थी, लेकिन मंगलवार को ड्यूटी पर आई थी। दिन में करीब डेढ़ बजे वह अचानक बेहोश होने लगी और मुंह से खून आने लगा।
इमरजेंसी प्रभारी एवं डीएमएस डाॅ. एनएस बिष्ट ने बताया कि उन्हें दो दिन से खांसी में काला खून आने की शिकायत थी। एक दिन पहले छुट्टी ली थी। अब एक सप्ताह की छुट्टी लेने वाली थी। निधन की सूचना पर उनके स्वजन अस्पताल पहुंचे।
मौत हार्ट अटैक या गंभीर निमोनिया से होने की आशंका है। टाइफाइड बुखार के दौरान मिश्रित संक्रमण से निमोनिया हो सकता है। शव को पोस्ट मार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया है। इस दौरान अस्पताल का स्टाफ भी बड़ी संख्या में वहां इकट्ठा हो गया और स्वजन को सांत्वना दी।