यरुशलम। गाजा में दो स्थानों पर खाद्य सामग्री के लिए एकत्रित लोगों पर हमले की घटनाओं में गुरुवार को कुल 29 लोग मारे गए, जबकि 160 से ज्यादा घायल हुए। रफाह में संयुक्त राष्ट्र के राहत वितरण केंद्र पर हुए हवाई हमले में 21 लोग मरे हैं, जबकि अल नुसीरत के शरणार्थी शिविर के निकट हुए हमले में आठ लोग मरे हैं।
इजरायल ने दोनों हमलों में अपना हाथ होने से इनकार किया है। 29 फरवरी को इसी तरह की एक घटना में गाजा सिटी के निकट राहत सामग्री का इंतजार कर रहे फलस्तीनियों पर इजरायली सैनिकों की फायरिंग में 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे। गाजा के अन्य इलाकों में इजरायली हमले जारी हैं। पांच महीने से ज्यादा समय से जारी युद्ध में अभी तक कुल 31,490 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।
इस बीच, दक्षिणी इजरायल के एक रेस्टोरेंट में एक इजरायली सैनिक को 22 वर्षीय युवक ने धारदार हथियार से हमला कर मार डाला। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने इस हमलावर को गोली मार दी। गाजा में रमजान के महीने में युद्धविराम और बदले में इजरायली बंधकों की रिहाई की कोशिश विफल रही हैं।
हमास की स्थायी युद्धविराम की मांग को मानने के लिए इजरायल तैयार नहीं है। अब सुरक्षा परिषद में इस बाबत प्रस्ताव लाने की अमेरिका तैयारी कर रहा है। इस प्रस्ताव में सीमित युद्धविराम, फलस्तीनियों के लिए पर्याप्त राहत सामग्री की उपलब्धता और इजरायली बंधकों की रिहाई के बिंदु होंगे।
इस बीच साइप्रस से 200 टन राहत सामग्री लेकर रवाना हुआ जहाज गाजा के नजदीक पहुंच गया है। यह राहत सामग्री यूरोपीय संघ ने गाजा के आमजनों के लिए भेजी है। अमेरिकी सेना ने भी गाजा के नजदीक समुद्र में माल उतारने के लिए अस्थायी प्लेटफार्म बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही अमेरिका से राहत सामग्री लेकर रवाना हुआ जहाज वहां पहुंच जाएगा। अमेरिका की योजना गाजा में प्रतिदिन 20 लाख खाने के पैकेटों की आपूर्ति की है।