ढाका:बांग्लादेश की राजधानी ढाका की एक बिल्डिंग में आग लग गई, जिसमें 45 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आग बेली रोड पर स्थित एक बिल्डिंग में लगी है, जिसमें कई सारे रेस्तरां मौजूद हैं। अग्निशमन विभाग ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने सातवीं मंजिल से 70 लोगों को बाहर निकाला, जिसमें 42 लोग बेहोश थे।
बांग्लादेश के स्वास्थ्य मंत्री सामंत लाल सेन, ढाका-8 के सांसद एएफएम बहाउद्दीन नसीम सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और नेता मौके पर पहुंच गए हैं। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और अग्निशमन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी मौके पर मुस्तैद है। बचाव अभियान जारी है।
स्वास्थ्य मंत्री सेन ने रात दो बजे मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि आग गुरुवार देर रात लगी है। घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है। ढाका मेडिकल कॉलेज में 33 तो शेख हसीना नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी में 10 लोगों की मौत हुई है।
वहीं, केंद्रीय पुलिस अस्पताल में एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। वहीं, आईजीपी चौधरी अब्दुल्ला अल मामून ने बताया कि अब तक 75 लोगों को बचा लिया गया है। प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है।
बचाव अभियान में जुटे अग्निशमन कर्मियों ने बताया कि अधिकतर लोगों की मौत इमारत से कूदने और जलने के कारण हुई है। कई लोगों ने दम घुटने से जान गंवाई है। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आग पहली मंजिल पर स्थित कच्ची भाई रेस्तरां में रात करीब 9.45 लगी, जो काफी तेजी से अन्य रेस्तरां तक फैल गई।
जिस समय आग लगी, वह होटलों के लिए व्यस्ततम समय होता है। इस वक्त लोग बड़ी संख्या में होटलों में मौजूद थे, जिस वजह से जान की अधिक हानि हुई। अधिकारी की मानें तो आग फैलने का मुख्य कारण रेस्तरां में मौजूद गैस सिलेंडरों को बताया है। आग से फैले धूएं के कारण लोग घबरा गए और वहां से समय पर न निकलने के कारण हालत बिगड़ गए।
पुलिस और अग्निशमन विभाग के साथ-साथ बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी), रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी), जनरल अंसार और अंसार गार्ड बटालियन (एजीबी) भी मौके पर मुस्तैद है, जो बचाव अभियान में पुलिस और अग्निशमन के साथ मिलकर काम कर रही हैं।