यरुशलम। गाजा सिटी के अल शिफा अस्पताल और इसके आसपास के इलाकों में भीषण लड़ाई जारी है। साढ़े पांच महीने के युद्ध में गाजा सिटी में दूसरी बार लड़ाई भड़की है। हमास और इस्लामिक जिहाद के लड़ाके अस्पताल के भीतर और अन्य ठिकानों से इजरायली सैनिकों और उनके टैंकों पर रॉकेट और मोर्टार से हमले कर रहे हैं। 18 मार्च को अस्पताल परिसर में घुसे इजरायली सैनिकों ने अभी तक वहां पर 200 से ज्यादा लड़ाकों को मारा है।
इजरायली सैनिकों ने अस्पताल परिसर से 800 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में करीब 500 की हमास और इस्लामिक जिहाद के लड़ाकों के तौर पर पुष्टि हो चुकी है। गाजा के सबसे बड़े इस अस्पताल में हजारों बेघर लोगों ने शरण ले रखी है।
इनके बीच छिपे लड़ाकों ने जब इजरायली सैनिकों पर हमले शुरू किए तब अस्पताल परिसर में इजरायली सेना घुसी थी। लड़ाई में अस्पताल परिसर में शरण लिए आमजनों और मरीजों के घायल होने की सूचना है। लड़ाई के चलते उनके इलाज में बाधा आ रही है। समुचित इलाज के अभाव में पांच लोगों के मरने की सूचना है।
अस्पताल में मौजूद आमजनों और मरीजों के लिए खाने की किल्लत भी पैदा हो गई है। गाजा के कई अन्य स्थानों पर भी लड़ाई जारी है, मरने वाले कुल फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 32,552 तक पहुंच गई है। इस बीच फलस्तीन प्राधिकार के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने गुरुवार को नया मंत्रिमंडल घोषित किया। करीब 20 वर्षों से प्राधिकार का नेतृत्व कर रहे अब्बास ने मार्च के शुरू में अपने निकट सहयोगी मुहम्मद मुस्तफा को प्रधानमंत्री बनाया था। अब वह विदेश मंत्री की जिम्मेदारी भी निभाएंगे।
गाजा में कब्जे में आए शहरों के घरों में घुसकर इजरायली सैनिक वहां मिले महिलाओं के अधोवस्त्रों से खेलते और उन्हें दिखाते हुए अपमानजनक टिप्पणियां करते हुए वीडियो बना रहे हैं। सैनिकों के इन कृत्यों के वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहे हैं। ये कृत्य महिलाओं के अपमानित करने वाले हैं और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन भी हैं। अब इन्हें लेकर इजरायली कार्रवाई पर नई चर्चाएं पैदा हो रही हैं।