कीव। रूस के सीमावर्ती इलाके कुर्स्क में यूक्रेनी सैनिक घिरे नहीं हैं बल्कि वे रूसी सेना से लड़ रहे हैं। यह बात यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कही है। जबकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनुरोध पर रूस यूक्रेनी सैनिकों की जान बख्श देगा लेकिन ऐसा तभी होगा जब यूक्रेनी सैनिक आत्मसमर्पण करेंगे।
जेलेंस्की ने कहा, रूसी सेना ने षडयंत्र के तहत अब यूक्रेन के सूमी क्षेत्र पर हमले बढ़ा दिए हैं। कब्जे के लिए रूस का अगला निशाना सूमी हो सकता है। जेलेंस्की ने कहा कि कुर्स्क में यूक्रेनी सैनिक घिरे नहीं हैं बल्कि बहादुरी से लड़ रहे हैं। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि कुर्स्क में हजारों यूक्रेनी सैनिकों को रूसी सेना ने घेर लिया है।
रूसी सेना कुर्स्क में जीत के करीब
इस बीच सैन्य विश्लेषकों ने कहा है कि रूस कुर्स्क से यूक्रेनी सेना को बाहर कर उस पर पूर्ण कब्जे के नजदीक है। अगर ऐसा हुआ तो वह यूक्रेन के लिए झटका होगा, उसे सात महीने के कब्जे के बाद हाथ आया इकलौता रूसी इलाका छोड़ना पड़ेगा।रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिका का युद्धविराम प्रस्ताव सिद्धांत रूप में स्वीकार कर तो लिया है लेकिन यूक्रेन में लड़ाई रोकने के संबंध में अभी कुछ नहीं कहा है। जेलेंस्की ने कहा है कि पुतिन इस प्रस्ताव की अनदेखी के लिए बहाने तलाश रहे हैं।
उन्होंने सहयोगी देशों से पुतिन के रुख पर नजर रखने का अनुरोध किया है। इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने 25 यूरोपीय सहयोगी देशों के नेताओं से कहा है कि यूक्रेन में युद्धविराम लागू करने के लिए वे पुतिन पर दबाव बढ़ाएं। उन्होंने यूक्रेन की स्वनिर्मित मिसाइल नेपच्यून से हमले पर यूक्रेन को बधाई दी है। यह मिसाइल एक हजार किलोमीटर मारक क्षमता वाली है।