मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता की जानकारी ली

छात्र-छात्राओं के सुनहरे भविष्य के लिए शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता हैः मुख्य विकास अधिकारी
शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं शिथिलता बरते जाने पर संबंधित शिक्षकों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी।
रुद्रप्रयाग:   मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. जीएस खाती ने आज विकास खंड अगस्त्यमुनि क्षेत्रांतर्गत मुख्य शिक्षा अधिकारी के साथ औचक निरीक्षण कर विद्यालयों में उपलब्ध कराई जा रहे मध्याह्न भोजन एवं शिक्षा की गुणवत्ता की जानकारी ली।

मुख्य विकास अधिकारी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय गांधीपुर, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगरासू, शहीद चंद्र सिंह सेना मेडल राजकीय इंटर काॅलेज नगरासू, राजकीय कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय रतूड़ा, जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डायट) का भी निरीक्षण कर शिक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

निरीक्षण के दौरान मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता का जायजा लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित प्रधानाध्यापक एवं भोजन माताओं को निर्देश दिए हैं कि बच्चों को जो भी भोजन उपलब्ध कराया जाता है उसकी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।

गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही एवं शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने भोजन माताओं से साफ-सफाई का बेहतर खयाल रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने निर्धारित मैन्यू के अनुसार ही भोजन उपलब्ध कराया जाए तथा बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में हरी सब्जी भी उपलब्ध कराई जाए।

मुख्य विकास अधिकारी ने राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय नगरासू में फेंसिंग भवन की मरम्मत एवं रंग-रोगन के कार्यों की गुणवत्ता ठीक न पाए जाने तथा भवन में विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में संचालित की जा रही विज्ञान प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया गया जिसमें मुख्य विकास अधिकारी ने पाया कि प्रयोगशाला का रख रखाव ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है तथा न ही बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था की गई है। जिस पर उन्होंने संबंधित शिक्षक को एक सप्ताह के भीतर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

व्यवस्था दुरुस्त न होने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।  राजकीय इंटर काॅलेज नगरासू का निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने पाया कि प्रभारी प्रधानाचार्य बिना अवकाश स्वीकृत कराए ही अवकाश पर चले गए जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित प्रधानाचार्य का वेतन रोकने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिए।

निरीक्षण के दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र कुमार बिष्ट ने उपस्थित शिक्षकों से कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं तथा उनके सुनहरे भविष्य के लिए शिक्षा की गुणवत्ता पर सभी को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। इसके लिए सभी को अपना शत प्रतिशत योगदान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसी न किसी में कोई प्रतिभा एवं हुनर छुपा रहता है किन्तु उसे परखने एवं समझने की आवश्यकता है तथा छात्र-छात्राओं में उनकी प्रतिभा के अनुसार ही उनका मार्गदर्शन करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से एक मूर्तिकार बेजान पत्थर एवं लकड़ी के टुकड़े में अपनी कला एवं हुनर से उसको जीवंत आकृति का रूप देता है इसी तरह छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए उनके अंदर छुपी प्रतिभा एवं हुनर को जाग्रत करते हुए जिससे कि वह अपना उच्च मुकाम हासिल कर सकें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा छात्र-छात्राओं से अंग्रेजी व गणित विषय के प्रश्न पूछे तथा उन्हें गणित विषय के संबंध में भी सूत्र बताए गए।

जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे डीएलएड के प्रशिक्षणार्थियों से भी संवाद किया। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि उन्हें बच्चों के सुनहरे भविष्य को मजबूत करने का जो अवसर प्राप्त हुआ है इसके लिए उन्हें सकारात्मक दृष्टिकोण से ही प्रशिक्षण प्राप्त करें ताकि वह बच्चों की बेहतरी के लिए गुणवत्ता शिक्षा उपलब्ध करा सकें।

निरीक्षण के दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र कुमार बिष्ट, प्रभारी जिला सूचना अधिकारी रती लाल शाह सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों सहित शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।

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