नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण एक खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. दिल्ली-NCR के कई स्थानों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 450 के पार चला गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, आज यानी 5 नवंबर को सुबह 4 बजकर 18 मिनट पर राजधानी दिल्ली में एक्यूआई ( Delhi AQI Today) 453 दर्ज किया गया, जो कि गंभीर श्रेणी में आता है.
नई दिल्ली जहरीली धुंध की मोटी परत में लिपटी हुई है. यहां, हवा की गुणवत्ता लगातार “गंभीर श्रेणी” में बनी हुई है.स्विस ग्रुप IQAir के आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता और मुंबई के साथ राजधानी दिल्ली आज दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है. आज सुबह 7.30 बजे 483 एक्यूआई के साथ नई दिल्ली फिर से रियल टाइम लिस्ट में टॉप पर रही, इसके बाद लाहौर 371 पर रहा.वहीं, कोलकाता और मुंबई भी क्रमशः 206 और 162 एक्यूआई के साथ वायु प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित 5 शहरों में शामिल रहे.
सीपीसीबी के अनुसार, अगर टॉप-10 प्रदूषित शहरों की बात करें तो इसमें एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में AQI लेवल 476 और फरीदाबाद में 456 दर्ज हुआ है. वहीं, नोएडा में 433, हरियाणा के गुरुग्राम में 435, सिरसा में 432, कैथल में 455, फतेहबाद में 454 और हिसार में AQI लेवल 447 पर पहुंच गया है.
बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आज यानी रविवार को दिल्ली में हल्की धुंध छाए रहने की संभावना जताई है. राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 30 और 17 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में जीआरएपी चरण तीन (GRAP-3) प्रतिबंध लगाए गए हैं. जिसके तहत बीएस तीन पेट्रोल और बीएस चार डीजल चार पहिया वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध शामिल है. परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभियान के तहत प्रदूषण के 13 हॉटस्पॉट (सबसे अधिक प्रभावित)-रोहिणी, द्वारका, ओखला, पंजाबी बाग, विवेक विहार, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, आरके पुरम, बवाना, नरेला, मुंडका, मायापुरी और आनंद विहार पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रवर्तन दलों को पूरी दिल्ली में पालियों में तैनात किया जा रहा है.उन्होंने बताया कि चार पहिया वाहनों से संबंधित प्रतिबंधों को लागू करने के लिए 84 दल और दोपहिया वाहनों के लिए 30 दल चौबीसों घंटे अलग-अलग पालियों में काम कर रहे हैं.