हनोई: वियतनाम की अदालत ने धोखाधड़ी के सबसे बड़े मामलों में से एक में अरबपति महिला कारोबारी को मौत की सजा सुनाई गई है। 67 वर्षीय ट्रुंग माई लैन को 11 साल तक देश के सबसे बड़े बैंकों में से एक साइगॉन कमर्शियल बैंक को लूटने का दोषी पाया गया। 11 अप्रैल को हो ची मिन्ह की कोर्ट में तीन चुने हुए जूरी सदस्यों और दो न्यायाधीशों के पैनल ने लैन को मौत की सजा का फैसला सुनाया। ये फैसला अपने आप में बहुत ही दुर्लभ है। वे वियतनाम की उन सबसे कम महिलाओं में से एक हैं, जिन्हें व्हाइट कॉलर अपराध के लिए मौत की सजा सुनाई गई है।
इस मामले को दुनिया के सबसे बड़े धोखाधड़ी मामलों में एक गिना जा रहा है। अभियोजन के मुताबिक, ट्रुंग माई लैन ने साइगॉन कमर्शियल बैंक से 44 अरब डॉलर का लोन लिया था। उन्हें 27 अरब डॉलर अभी भी लौटाने हैं। अभियोजकों ने कहा कि उनसे यह राशि कभी भी वसूल नहीं की जा सकेगी। इस मामले की सुनवाई के दौरान 2700 लोगों को गवाही देने के लिए बुलाया गया था। ये मामला इतना बड़ा था कि इसमें 10 अभियोजक और लगभग 200 वकीलों ने हिस्सा लिया।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, लैन के साथ 85 प्रतिवादियों पर मुकदमा चलाया गया था, जिन्होंने आरोपों से इनकार किया। सुनवाई के दौरान 104 बक्सों में सबूत पेश किए गए, जिनका कुल वजन 6 टन था। वियतनाम पर नजर रखने वाले विश्लेषकों ने इसे कम्युनिस्ट शासन का सबसे बड़ा शो ट्रायल कहा है। ये मुकदमा वियतनाम पर शासन करने वाली कम्युनिस्ट पार्टी के जनरल सेक्रेटरी गुयेन फु ट्रोंग के नेतृत्व में चलाए गए भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का सबसे महत्वपूर्ण अध्याय था।
हो ची मिन्ह शहर में रहने वाली वियतनाम की बिजनेस टायकून ट्रुंग माई लै चीनी-वियतनामी पृष्ठभूमि वाले परिवार से आती हैं। लंबे समय से यह शहर वियतनाम की अर्थव्यवस्था का इंजन रहा है। लैन ने अपने करियर की शुरुआत में अपनी के साथ स्टॉल पर ब्यूटी प्रोडक्ट बेचा करती थीं। 1986 में कम्युनिस्ट पार्टी के द्वारा देश में शुरू किए गए आर्थिक सुधार के बाद उन्होंने जमीन और संपत्ति खरीदना शुरू किया। 90 के दशक तक उनके पास कई होटल और रेस्तरां हो गए थे।