नई दिल्ली: केरल में कोरोना वायरस के मामलों में काफी तेज उछाल आया है। वहां पिछले 24 घंटों में 292 नए मामले दर्ज किए गए। इस दौरान कोविड के तीन मरीजों की मौत भी हो गई। पूरे देश में केरल ही एकमात्र राज्य रहा जहां पिछले 24 घंटों में कोई मृत्यु दर्ज की गई। केरल के बाद सबसे ज्यादा 13 मामले तमिलनाडु से सामने आए। महाराष्ट्र से पिछले 24 घंटों में 11 और कर्नाटक से 9 नए मामलों का पता चला।
पूरे देश की बात करें तो बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, 341 नए केस दर्ज हुए। देश में कोविड-19 के सक्रिय मरीजों की संख्या 2,311 हो गई है। दिल्ली समेत कुछ राज्यों/UTs के आंकड़े MoHFW के पोर्टल पर अपडेट नहीं हुए। अब तक महामारी से 5,33,321 व्यक्तियों की मौत हुई है।केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर कोविड का स्टेट वाइज डेटा दे रखा है। बुधवार सुबह तक का अपटेडेट डेटा आप ऊपर फोटो में देख सकते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार सुबह दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग की। यह बैठक इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 जैसी बीमारियों में हालिया इजाफे को देखते हुए बुलाई गई थी। मंडाविया ने स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं की तैयारी पर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बात की। इसमें नए कोविड वेरिएंट JN.1 की ताजा स्थिति को लेकर भी चर्चा हुई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने कोविड -19 पर समीक्षा बैठक में कहा, हमें सतर्क रहने की जरूरत है, लेकिन अभी घबराने की जरूरत नहीं है।’ मंत्री ने कहा कि अस्पताल में तैयारियों की मॉक ड्रिल, निगरानी बढ़ाना महत्वपूर्ण है। सभी अस्पतालों में हर 3 महीने में एक बार मॉक ड्रिल की जानी चाहिए।
मंडाविया ने कहा कि ‘मैं राज्यों को केंद्र के पूरे समर्थन का आश्वासन देता हूं। स्वास्थ्य राजनीति का क्षेत्र नहीं है।’ मंडाविया ने सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से सर्दियों के मौसम के दौरान ठंड की स्थिति और आने वाले त्योहारी सीजन को देखते हुए जरूरी कदम उठाने की अपील की।
हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ बैठक की और मूल रूप से उन्होंने हमें तैयारी जारी रखने, निगरानी रखने और परीक्षण करने को कहा है… उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है… कोई दिशानिर्देश नहीं है और गतिविधियों और जमावड़ों पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन हम लोगों को सलाह देते हैं कि जब वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाएं तो सावधानी बरतें, और बेहतर होगा कि वे मास्क पहनें।
कोरोना के नए सब-वेरिएंट जेएन.1 को लेकर कई राज्यों की सरकारें अलर्ट हो गई हैं। उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों और अस्पतालों के लिए एडवाइजरी जारी की है। प्रदेश में अब तक कोविड-19 के नए सब-वेरिएंट जेएन-1 का कोई मरीज नहीं है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने भी मंगलवार को कोविड-19 स्थिति की समीक्षा बैठक की। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और राज्य किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को दिशानिर्देश जारी किए। 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, अन्य बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को घर से बाहर निकलने पर फेस मास्क पहनने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही इन्हें बंद स्थानों, कम हवा वाले स्थानों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने के लिए कहा गया है।
हैदराबाद स्थित वैक्सीन मेकर- भारत बायोटेक लिमिटेड में ऐसी वैक्सीन डिवेलप की जा रही है जो कोविड-19 के सभी वेरिएंट्स के खिलाफ कारगर होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को राज्यसभा में संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट पेश की। समिति ने पिछले साल ऐसी ‘यूनिवर्सल वैक्सीन’ बनाने की दिशा में पहल करने की सिफारिश की थी। मंत्रालय ने कहा कि उसने कोविड के सभी स्ट्रेन्स को भारत बायोटेक के पास भिजवा दिया है।