तावड़ू। कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे पर नूंह जिले में स्थित गांव धुलावट के पास चलती बस में आग लगने से आठ लोग जिंदा जल गए। उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। बस में सवार करीब साठ लोगों में बीस से अधिक लोग बुरी तरह से झुलसे हैं। जिसमें कई बच्चे और महिलाएं भी हैं।
हादसा रात करीब पौने दो बजे हुआ। बस में पंजाब के होशियार पुर तथा चंडीगढ़ में रहने वाले लोग सवार थे। एक टूरिस्ट कंपनी की बस को सात दिन के लिए बुक कर धार्मिकस्थलों पर दर्शन करने के लिए निकले थे। मथुरा और वृंदावन से चंडीगढ़ जाते वक्त हादसा हुआ। राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कालेज नलहड़ में 9 शव रखे गए हैं, इनमें 6 महिलाओं के हैं और तीन पुरुषों के हैं और आठ व्यक्ति घायल हैं। घायलों के नाम…
1 मीरा रानी पति नरेश कुमार निवासी मखनिया जालंधर पंजाब
2. नरेश कुमार पिता मुल्क राज निवासी मखनिया जालंधर पंजाब
3. कृष्णा कुमारी पति बलदेव राज निवासी फिल्सर जिला जालंधर
4. बलजीत सिंह राणा पिता मोहन सिंह निवासी मोहाली सेक्टर 16
5. जसविंदर पति बलजीत निवासी महोली सेक्टर 16
6. विजय कुमारी पति सुरेश कुमार निवासी जमरोल जिला जालंधर
7. शांति देवी पति सुरेंद्र निवासी होशियारपुर पंजाब
8. पूनम पति अशोक कुमार निवासी होशियारपुर पंजाब
मृतकों के नाम- गौतम शर्मा, शशि, सुनीला, सुनीता, अमरावती, उषा शारदा, सुनील शर्मा, बच्ची- खुशी , मधु।
हादसे में झुलसी सरोज पुंज, पूनम ने बताया कि रात करीब डेढ़ से दो बजे के बीच में जैसे ही बस केएमपी पर धुलावट गांव की सीमा में पहुंचे तभी एक बाइक सवार युवक ने बस के आगे बाइक को लगाकर रुकवाया और बताया कि बस के पिछले हिस्से में आग लगी हुई है।
आग की लपटें देख ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने बस के शीशे तोड़ श्रद्धालुओं को निकाला। बस रुकते ही आग ने पूरी बस को चपेट में लिया। कुछ लोग गेट तथा कुछ शीशे तोड़कर बाहर निकाले गए। पास के गांव के लोगों ने भी मदद की। पीछे बैठे आठ लोग बस से नहीं निकल पाये और जिंदा जल गए।
सूचना पाकर मौके पर शहर थाना प्रभारी प्रदीप कुमार,सदर थाना प्रभारी जितेंद्र,डीएसपी मुकेश कुमार और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया भी पहुंच गए, जहां उन्होंने एंबुलेंस बुलाकर घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में उपचार के लिए भेज दिया।
आठ शवों को नल्हड़ मेडिकल कालेज के शव गृह में रखवा दिया गया। दमकल विभाग की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची लेकिन तक तक आग बुझ चुकी थी।