BJP का संकल्प पत्र: किसानों का कर्ज माफ, 25 लाख रोजगार

मुंबई। भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपना संकल्प पत्र जारी किया। मुंबई के होटल सोफिटेल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी का संकल्प पत्र जारी किया। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह संकल्प पत्र विकसित भारत और विकसित महाराष्ट्र का रोडमैप है। भाजपा जो कहती है, उसे पूरा करती है। यह महाराष्ट्र के पूर्व विकास का संकल्प पत्र हैं। हम प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उल्लेखनीय है कि 20 नवंबर को महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों पर मतदान है। 23 नवंबर को मतगणना होगी। भाजपा इस चुनाव में महायुति गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में है। बीजेपी महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना और अजित पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ रही है।

संकल्प पत्र पर भाजपा के वादे
भाजपा ने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया।
महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने का वादा।
1500 की जगह वृद्धा पेंशन 2100 रुपये करने की बात।
महाराष्ट्र में 25 लाख रोजगार देने का संकल्प।
फसल नुकसान में एआई की मदद लेंगे।
धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाएंगे।

सोयाबीन का एमएसपी बढ़ाने का एलान।

महाराष्ट्र में AI यूनिवर्सिटी खोलने का वादा।

संकल्प पत्र को जारी करने के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि महाविकास अघाड़ी की राजनीति तुष्टिकरण वाली है। बनावटी मुद्दे लंबे समय तक नहीं टिकते हैं। एमवीए की घोषणाएं सत्ता के लालच के लिए हैं। भाजपा का घोषणा पत्र लोगों के उम्मीदों का संकल्प है। हमारा संकल्प पत्र पत्थर पर खिंची लकीर है। महाविकास अघाड़ी का चुनाव अभियान आपसी विरोध से घिरा है। कांग्रेस अपने वादों को पूरा नहीं करती है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह संकल्प पत्र महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। महाराष्ट्र एक प्रकार से कई युगों से हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर रहा है। एक जमाने में जब जरूरत थी, तब भक्ति आंदोलन की शुरुआत भी महाराष्ट्र से हुई। गुलामी से मुक्ति का आंदोलन भी शिवाजी महाराज ने यहीं से शुरू किया था।

सामाजिक क्रांति की शुरुआत भी महाराष्ट्र से हुई। पूरे देश ने देखा है कि एनडीए सरकार अपने संकल्पों को पूरा करती है। किसी को विश्वास नहीं था कि देश से अनुच्छेद 370 खत्म हो जाएगा। मगर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इसे खत्म किया गया। किसी को विश्वास नहीं था कि सीएए लागू होगा।

अमित शाह ने कहा कि हमने इस संकल्प पत्र के माध्यम से महापुरुषों की परंपराओं और सांस्कृतिक विरासतों को आगे बढ़ाने का संकल्प भी रखा है। मैं उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि क्या वह कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से कह सकते हैं कि वह वीर सावरकर के लिए दो शब्द बोल दें? क्या कांग्रेस का कोई नेता बाला साहब ठाकरे के सम्मान में दो वाक्य बोल सकता है?

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