अयोध्या: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद सोमवार को रामलला ने अपनी पहली होली मनाई। इस दौरान उनकी मोहक मूर्ति को फूलों से सजाया गया है। माथे पर गुलाल लगाया गया है, उनकी पोशाक काफी आकर्षित कर रही थी। इस दौरान अयोध्यावासी और भक्त पहली बार अपने रामजी के साथ होली खेलकर काफी उल्लासित नजर आए। इस दौरान मुख्य पुजारी सतेंद्रदास ने कहा कि इतने वर्षों के संघर्ष के बाद आज यह शुभ घड़ी आई है।
इस दौरान रामलला को फूलों से सजाया गया था। रामलला के दरबार में पुजारियों ने रामलला के ऊपर पुष्पों की वर्षा कर अपने आराध्य के साथ होली खेली, उनके राग भोग और श्रृंगार के क्रम में उन्हें अबीर गुलाल अर्पित किया गया। आज भक्तों की संख्या भी काफी बड़ी संख्या में थी।
अयोध्या के लोग भी इस मौके पर काफी प्रसन्न थे। अयोध्या के नया घाट निवासी राम कृपाल राममंदिर में होली खेलकर काफी खुश थे। उन्होंने कहा कि यह शुभ घड़ी बहुत दिनों बाद आई है। पहले रामलला टेंट में थे तो ऐसा नहीं हो पाता। बड़ा शुभ अवसर है, हम लोगों ने दरबार में खूब होली खेली।
बाराबंकी से दिनेश भी आज दर्शन करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि रामलला ने भी 495 साल बाद भव्य महल में होली खेली। इस दौरान देश भर के लोग मंदिर पहुंचे। अयोध्या में होली में सबसे पहले मठ मंदिरों में विराजमान भगवान को अबीर गुलाल अर्पित कर होली खेलने की अनुमति मांगी गई। इसके बाद पूरी अयोध्या रंग उत्सव के उल्लास में डूब गई।
एक पुजारी ने बताया कि आज रामलला को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। पुजारी ने भी रामलला को होली के गीत सुनाए। वहीं रामजन्म भूमि परिसर में रामलला के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु भी होली के गीतों पर नाचते, झूमते, गाते नजर आए। इसी तरह पूरी रामनगरी में होली का उल्लास छाया रहा।