हूती विद्रोहियों पर काल बनकर टूटा अमेरिका

यमन :अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को रेड सी शिपिंग पर हुए हमलों के जवाब में यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ व्यापक सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिसमें कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई. ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हूती विद्रोही हमले जारी रखते हैं, तो उनकी स्थिति नरक से भी बदतर हो जाएगी.उन्होंने ईरान को भी चेतावनी दी है कि वह तुरंत हूतियों का समर्थन बंद करे. ट्रंप ने साफ किया, ‘अगर ईरान ने अमेरिका को धमकी दी, तो अमेरिका कोई नरमी नहीं दिखाएगा.’

रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने इन हमलों की जानकारी देते हुए कहा कि शायद ये हमले हफ्तों तक जारी रह सकता है. गौरतलब है कि ट्रंप के जनवरी में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद यह मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना द्वारा किया गया अब तक का सबसे बड़ा सैन्य हमला है. ये हमले ऐसे समय में हो रहे हैं जब अमेरिका तेहरान पर आर्थिक दबाव बढ़ा रहा है और उसे अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत के लिए राजी करने की कोशिश कर रहा है.

यमन की राजधानी साना में अमेरिकी हमलों में कम से कम 13 नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 9 लोग घायल हो गए. इस बारे में जानकारी हूती नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है. वहीं, यमन के उत्तरी प्रांत सादा में हुए एक अन्य अमेरिकी हमले में छह लोगों की जान गई, जिनमें चार बच्चे और एक महिला शामिल थीं. इस हमले में 11 लोग घायल भी हुए हैं.

हूतियों के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनकी सेना विस्फोटक कार्रवाई के साथ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है. साना के निवासियों ने बताया कि एक हूती ठिकाने को निशाना बनाया गया, जिससे इतने जोरदार धमाके हुए कि पूरा मोहल्ला हिल गया.

हूतियों ने नवंबर 2023 से अब तक शिपिंग पर 100 से अधिक हमले किए हैं, जिससे अमेरिकी सेना को मिसाइलों और ड्रोन हमलों को रोकने के लिए कई अभियान चलाने पड़े. हूती इस संघर्ष को गाजा में हमास और इजराइल के युद्ध में फिलिस्तीनियों के प्रति अपनी एकजुटता के रूप में दिखाने की कोशिश कर रहा है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पिछली सरकार ने हूतियों की शिपिंग हमलों की क्षमता को कमजोर करने की कोशिश की थी, लेकिन यह कार्रवाई सीमित रही थी. अधिकारियों के अनुसार, ट्रंप ने अब अधिक आक्रामक रुख अपनाने को मंजूरी दे दी है.

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