नई दिल्ली। उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से पहाड़ी व मैदानी इलाकों में हो रही बारिश से लोगों का हाल बेहाल है। राज्य में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अपडेट के अनुसार, आज नैनीताल, टिहरी, चंपावत, और बागेश्वर में भारी बारिश के आसार हैं।
जौनसार बावर में भूस्खलन कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हल्की वर्षा में ही पहाड़ दरक रहे हैं। जिसके चलते पछवादून में एक व जौनसार बावर में 25 मार्गों पर आवागमन बाधित हो गया। तीन स्टेट हाईवे, एक प्रमुख जिला मार्ग समेत कुल 26 मार्गों के बंद होने से करीब 125 गांवों, खेड़ों मजरों में रहने वाले ग्रामीणों की दिनचर्या बुरी तरह से प्रभावित हो गई है।
मार्गों के बंद होने से किसान अपनी नकदी फसल टमाटर, मूली, खीरा, बींस, अदरक, शिमला मिर्च, हरी मिर्च आदि कृषि मंडियों में नहीं पहुंचा पाए। मार्ग बंद होने के कारण किसानों को या तो अतिरिक्त दूरी नापकर अन्य रास्तों से मंडियों में जाना पड़ रहा है, जिससे भाड़ा अधिक लगने पर उनका मुनाफा लगातार घट रहा है।
कई गांवों के लिए एक मात्र रास्ता बंद होने पर नकदी फसलें खेतों में ही सड़ रही है। बंद मार्गों के कारण चकराता में पर्यटन व्यवसाय प्रभावित हो गया है। वर्षा होते ही जगह जगह पहाड़ दरकने से मलबा सड़कों पर आकर यातायात बाधित कर रहा है।
लोनिवि साहिया का साहिया क्वानू राज्य मार्ग किमी तीन पर तारली खड्ड व किमी 15, 16 के पास बंद हो गया है। लोनिवि चकराता का चकराता लाखामंडल राज्य मार्ग पर यातायात दूसरे दिन बाद भी सुचारू नहीं हो पाया।
दारागाड कथियान राज्य मार्ग किमी 24 खादरा के पास बंद है, जिस पर भी यातायात सुचारू नहीं है। मुख्य जिला मार्ग पुरोड़ी रावना डामटा मार्ग खाटुवा के समीप दो स्थानों पर मलबा आने से बंद है। लोनिवि साहिया का 27 जुलाई से बंद डयूडीलानी ठलीन सकरोल मोटर मार्ग पर यातायात सुचारू नहीं हो पाया।
सराड़ी, गोथान, बोहा संपर्क मार्ग, बिजऊ कुइता खतार, तारली व कालसी चकराता से निकला रानी गांव मोटर मार्ग पर भी यातायात ठप हो गया है।