देहरादून। उत्तराखंड में मानसून जमकर बरस रहा है। राज्यभर में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। आज शनिवार को भी राज्य में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। नैनीताल सहित कई जिलों में स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैंप कार्यालय में गढ़वाल कमिश्नर और वर्चुअल माध्यम से जुड़े कुमाऊं कमिश्नर के साथ बैठक कर भारी बारिश के बाद प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर परिस्थिति की जानकारी ली।अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य के लिए जिला और तहसील प्रशासन को 24 घंटे अलर्ट पर रखा जाए। जलभराव की स्थिति में आपदा प्रभावितों के रहने और खाने का उचित प्रबंधन किया जाए।
तहसील स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम से भी लगातार संपर्क बनाकर रखा जाए साथ ही सड़कों के बंद होने की स्थिति में उन्हें तत्काल खोलने की व्यवस्था की जाए। मौसम विभाग की चेतावनी एवं स्थानीय मौसम संबंधी गतिविधियों के आधार पर ही स्कूलों को खोलने और बंद करने का निर्णय लेने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।शनिवार को भी बारिश का कहर बरपाना जारी है। ऋषिकेश व नगर से ग्रामीण क्षेत्रों में कई घंटे वर्षा हुई। कई जगह जलभराव से आमजन की फजीहत हो रही है। वहीं भट्टोवाला, श्यामपुर व अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षा से किसानों को धान रोपाई में राहत मिलती नजर आ रही है।
वहींं चंपावत में स्वाला के पास मलबा आने से चंंपावत-टनकपुर हाईवे बंद पड़ा है। इधर एनएच बंद होने से करीब 150 से ज्यादा वाहन फंसे हुए हैं। जिन्हें प्रशासन राहत सामग्री बांट रहा है।बदरीनाथ हाईवे पर नाले उफान पर हैं, जिससे मार्ग बंद हो गया है और यात्रा बाधित हो गई है। चमोली जिले में शुक्रवार रातभर हुई बारिश शनिवार सुबह भी जारी रही। बदरीनाथ हाईवे भनेरपानी, छिनका, पीपलकोटी, पागलनाला, पिनोला और कंचनगंगा में बंद है। सैकड़ों यात्री हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
जोशीमठ बदरीनाथ में भारी बारिश होने से अलकनंदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। विष्णु प्रयाग में जल स्तर काफी ऊपर तक पहुंच चुका है।बदरीनाथ हाईवे पर चटवापीपल में मोटर साइकिल के ऊपर पहाड़ से मलबा गिरने से दो ब्यक्ति दब गए हैं, जिन्हें जेसीबी से निकाला जा रहा है।रुद्रप्रयाग जनपद में कुल 21 मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग बदरीनाथ हाईवे पर आवाजाही सुचारू है।गौरीकुंड हाईवे काकड़ा गाड़ में अवरुद्ध है।
कर्णप्रयाग-गैरसैंण मोटर मार्ग यातायात हेतु खुला है। मंडल चोपता मोटर मार्ग यातायात हेतु खुला है। जोशीमठ मलारी मोटर मार्ग यातायात हेतु खुला है। कर्णप्रयाग ग्वालदम मोटर मार्ग यातायात हेतु खुला है।उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हेल्गुगाड के पास अवरुद्ध हो गया था, जिसे बाद में सुचारू कर दिया गया। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग स्थान डाबरकोट के पास मार्ग अवरुद्ध हुआ था। इसे भी यातायात के लिए खोल दिया गया है।
शनिवार को मसूरी चकराता रोड यमुना पुल से चार किमी पर ओशो आश्रम से पहले गशती बैंड में लैंड स्लाइड होने से बंद हो गया था। जिसे खोल दिया गया है। अगलार थात्युर रोड गैड गांव के समीप बंद है।टिहरी में बीती रात से लगातार बारिश से राजमार्ग सहित लिंक सड़कें बंद हुई हैं। बदरीनाथ राजमार्ग सिंग टाली के पास बंद है। गंगोत्री राजमार्ग सुचारू है, लेकिन बगड़ धार में मलबा आने से खतरा बना है। देहरादून – सत्यों रोड, नरेन्द्रनगर रानी पोखरी रोड भी बंद है।
कोटद्वार में बीती रात से रुक रुक कर बारिश जारी है। बारिश के कारण नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग कोटद्वार दुगड्डा के मध्य बंद हो गया है। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टिगत पर्वतीय क्षेत्र से आने वाले वाहनों को दुगड्डा में और मैदानी क्षेत्र से आने वाले वाहनों को सिद्धबली मंदिर के समीप रोक दिया है। लगातार जारी बारिश के कारण मार्ग में आए मलबे को हटाने में परेशानी आ रही है।
मालन नदी के उफान पर आने के कारण कोटद्वार नगर को भाबर क्षेत्र से जोड़ने वाला बेलगिरी आश्रम – हल्दुखाता वैकल्पिक मार्ग नदी में बह गया है।रुड़की और आसपास के क्षेत्र में सुबह से हल्की बूंदाबांदी जारी है। इसके साथ ही आमजन को गर्मी से राहत मिल रही है।पौड़ी तथा इससे सटे क्षेत्रों में रात्रि से वर्षा का दौर जारी है। जिले में अभी 23 मोटर मार्ग बाधित हैं। जिसमे ज्यादातर ग्रामीण मोटर मार्ग शामिल हैं। मौसम को देखते हुए जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा 12 वीं तक के सभी स्कूल में आज अवकाश घोषित है।
दून समेत आसपास के क्षेत्रों में मानसून जमकर बरस रहा है। शहर में रुक-रुककर लगातार हो रही बारिश से रोजाना चौक-चौराहे जलमग्न हो रहे हैं। शुक्रवार को भी दोपहर में हुई झमाझम बारिश से फिर सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। पैदल राहगीरों से लेकर वाहन सवारों को आवाजाही में खासी दिक्कतें हुईं। इसके अलावा सड़क पर कई फीट पानी भर जाने से कुछ स्थानों पर वाहन भी चलत-चलते बंद हो गए।मौसम विभाग के अनुसार दून में आज भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। जिससे नदी-नालों में उफान और पहाड़ी क्षेत्र में भूस्खलन की आशंका है।
शहर के ज्यादातर क्षेत्रों में शुक्रवार दोपहर करीब डेढ़ बजे झमाझम बारिश का दौर शुरू हुआ। करीब एक घंटा हुई जोरदार बारिश से पूरा शहर पानी-पानी हो गया। घंटाघर से दर्शनलाल चौक, बुद्धा चौक, प्रिंस चौक तो हमेशा की तरह पानी से सराबोर हो गए, वहीं हरिद्वार बाईपास रोड भी जगह-जगह जलमग्न रही। इधर, दून अस्पताल चौक भी तालाब में तब्दील हो गया।
दून अस्पताल की ओपीडी में आने-जाने वाले मरीजों को इससे खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ऐसे ही कचहरी रोड पर भी जलभराव की स्थिति रही। लैंसडौन चौक, रिस्पना पुल, एलआइसी बिल्डिंग धर्मपुर चौक, सुभाष रोड, आराघर चौक से लेकर हनुमान मंदिर, सरस्वती विहार, प्रिंस चौक के पास, त्यागी रोड, नेहरू कालोनी में भी भारी जलभराव से लोग परेशान रहे।
उधर, अजबपुर फ्लाईओवर, आइएसबीटी फ्लाईओवर के नीचे भी जबरदस्त जलभराव हुआ। कई पेट्रोल पंप, वेडिंग प्वाइंट और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में पानी घुस गया। दो से तीन फीट पानी जमा होने से कई जगह वाहन भी बंद पड़ गए।
भारी बारिश के चलते जगह-जगह हुए जलभराव के कारण वाहनों के पहिए भी थमते रहे। दया पैलेस चौक से लेकर रिस्पना पुल के बीच वाहनों की कतार लगी रही। नेहरू कालोनी में भी सड़कों पर ट्रैफिक रेंगता रहा। जबकि, हरिद्वार बाईपास, सुभाष रोड, ईसी रोड, रायपुर रोड आदि मार्गों पर भीषण जाम लगा रहा। सहारनपुर चौक, लाल पुल पर भी जाम लगा रहा।