ज्योतिर्मठ (चमोली) : बदरीनाथ में रुक-रुककर हो रही बर्फबारी से यहां दो से तीन फीट तक बर्फ जम गई है। सोमवार को भी बदरीनाथ धाम में बर्फबारी हुई। इससे धाम में जहां एक ओर बदरीनाथ महायोजना मास्टर प्लान के कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं वहीं चारधाम यात्रा की तैयारियां भी अधर में लटक गई हैं।
पिछले कई दिनों से बदरीनाथ धाम में लगातार मौसम बदलने से बर्फबारी हो रही है। इससे धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कई दिनों से रुक-रुककर हो रही बर्फबारी से धाम में कहीं पर दो तो कहीं पर तीन फीट तक बर्फ जम चुकी है। पूरी बदरीनाथ घाटी बर्फ के आगोश में है। बर्फबारी के कारण बदरीनाथ हाईवे भी हनुमान चट्टी से आगे बंद पड़ा है।
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने में अब डेढ़ माह से भी कम समय शेष है, ऐसे में प्रशासन के सामने वहां पर यात्रा से जुड़ी तैयारियां पूरी करना चुनौती बना हुआ है। धाम में पेयजल व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती रहती है।यात्राकाल के पहले दो महीने पानी की बहुत अधिक खपत होती है, जिसके लिए जल संस्थान को लाइन को समय पर ठीक करना होगा। साथ ही बिजली, रास्तों की मरम्मत, यात्री शेड सहित अन्य मरम्मत के कार्य करने हैं लेकिन लगातार मौसम बदलने और बर्फबारी के कारण प्रशासन की टीम धाम में पहुंच ही नहीं पा रही है।
रुद्रप्रयाग जिले में भी लगातार तीसरे दिन भी मौसम का मिजाज बिगड़ा रहा। इस दौरान धूप-छांव के बीच कई बार हल्की बूंदाबांदी भी हुई। उधर, केदारनाथ सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हुई।सोमवार को सुबह से आसमान में हल्के बादल छाए रहे। दोपहर बाद अचानक घने काले बादल छाने के साथ ही हल्की बूंदाबांदी होनी लगी। इस दौरान केदारनाथ सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी भी हुई।