जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की बैठक हुई आयोजित
संबंधित बैंक प्रबंधक एवं संबंधित विभागीय अधिकारी आपसी समन्वय के साथ बैंकों में लंबित आवेदन पत्रों का शीघ्र करें निराकरण
रुद्रप्रयाग: केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा स्वरोजगार हेतु ऋण उपलब्ध कराने के लिए बैंकों में लंबित आवेदन पत्रों के संबंध में जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति (डीएलआरसी) की बैठक आयोजित की गई।
बैठक की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सभी बैंक प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं कि राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के माध्यम से स्वरोजगार हेतु ऋण उपलब्ध कराए जाने के लिए बैंकों में जो भी आवेदन पत्र लंबित हैं उनका हर हाल में एक सप्ताह के भीतर निस्तारण करते हुए आवेदन कर्ता को ऋण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने सभी बैंक प्रबंधकों एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी संबंधित अधिकारी आपसी समन्वय के साथ लंबित आवेदन पत्रों पर जो भी आपत्तियां एवं क्वारी लगाई गई हैं उनका संबंधित आवेदनकर्ता से निराकरण सुनिश्चित करा लें।
उन्होंने लीड बैंक अधिकारी सहित बैंकों में बैठक कर लंबित आवेदन पत्रों को निस्तारित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो भी आवेदन पत्र पेंडिंग हैं उनकी सूची तैयार कर बैंकवार बैठक करते हुए लंबित आवेदनों को निस्तारित करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने वीरचंद्र सिंह गढ़वाली एवं होम स्टे योजना के अंतर्गत जिला पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि जो भी आवेदन पत्र लंबित हैं उनका डाटा तैयार करते हुए एलडीएम सहित बैंक प्रबंधकों के साथ बैठक आयोजित कर उनका निस्तारण करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराए जाने के लिए किसी भी स्तर से विलंब न किया जाए। यदि किसी आवेदन पत्र में कोई कमी पाई जाती है तो संबंधित आवेदनकर्ता एवं संबंधित विभागीय अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए उसका निराकरण करना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, अग्रणी जिला प्रबंधक चतर सिंह, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र महेश प्रकाश, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अशोक लीलाधर, निदेशक आरसेटी केएस रावत सहित विभिन्न बैंकों के प्रबंधक एवं प्रतिनिधि मौजूद रहे।