पाकिस्तान :पाकिस्तान में बलूच विद्रोहियों ने 400 यात्रियों से भरी जाफर एक्सप्रेस को कब्जे में कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक, इस ट्रेन में पाकिस्तानी आर्मी के 100 जवान, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के कई अधिकारी मौजूद हैं. सैकड़ों आम मुसाफिर भी इस ट्रेन में सवार थे. बताया जा रहा है कि इसमें क्वेटा से आर्मी से अफसर बैठे थे. क्वेटा पाकिस्तान के प्रमुख सैन्य ठिकानों में से एक है. इसलिए माना जा रहा है कि इस ट्रेन में काफी महत्वपूर्ण लोग होंगे.
पाकिस्तान का एयरफोर्स बेस सैमंगली क्वेटा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बिल्कुल करीब है. यहां जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमानों का एक स्क्वाड्रन तैनात है. पाकिस्तान सेना की XII कोर (सदर्न कमांड) भी क्वेटा शहर में ही है. इसी कमान के पास बलूचिस्तान क्षेत्र में सुरक्षा और सैन्य अभियानों की जिम्मेदारी है. बलूच विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई अक्सर यही आर्मी करती रहती है. इसलिए बलूच लिबरेशन आर्मी के जवान इनसे चिढ़े हुए रहते हैं. वे कई बार इनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई भी कर चुके हैं.
पाकिस्तानी रेलवे के मुताबिक, जब एक्सप्रेस ट्रेन एक सुरंग से गुजर रही थी, तभी 8 बंदूकधारियों ने ट्रेन पर हमला कर दिया. उस पर फायरिंग की और उसे रोक लिया. इसके बाद सभी यात्रियों को बंधक बना लिया गया. बीएलए ने पाकिस्तानी सेना को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि वे बंधकों को छुड़ाने के लिए कोई सैन्य अभियान चलाते हैं, तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा.
बीएलए ने बलूचिस्तान के बोलन के धादर इलाके में रेलवे ट्रैक उड़ा दिए हैं और जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर कब्जा कर लिया है, जिसमें सभी 120 से अधिक यात्री बंधक हैं. अब तक अभियान में 06 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए हैं. बलूच विद्रोहियों ने कुछ सैनिकों के साथ मारपीट भी है.
बलूचिस्तान सरकार ने आदेश दिया है कि आपातकालीन उपाय किए जाएं और सभी संस्थाएं सक्रिय रहें. सेना को उस ओर अलर्ट किया गया है. जनता से शांत रहने की अपील की गई है. लेकिन जिस तरह आर्मी के जवानों और आईएसआई के अधिकारियों के उस ट्रेन में होने की खबर सामने आ रही है, उससे पाकिस्तानी सेना की मुश्किलें बढ़ गई हैं. सरकार आफत में आ गई है. उसे समझ नहीं आ रहा है कि इससे कैसे निपटा जाए.