मॉस्को। रूसी कमांडो के विशेष सुरक्षा बल ने रविवार को गैस पाइपलाइन के भीतर से कुर्स्क क्षेत्र में पहुंचकर वहां मौजूद यूक्रेनी सेना की टुकड़ी पर हमला कर दिया और उसे भारी नुकसान पहुंचाया।अगस्त 2024 में रूस के सीमावर्ती कुर्स्क इलाके में घुसकर यूक्रेनी सेना ने करीब 1,300 वर्ग किलोमीटर भूमि पर कब्जा कर लिया था। इसका कुछ हिस्सा रूस ने मुक्त करा लिया है लेकिन अभी भी बड़ा हिस्सा यूक्रेन के कब्जे में है।
युद्धविराम के लिए शुरू होने वाली वार्ता से पहले रूस यूक्रेन की ज्यादा भूमि पर कब्जा करने के साथ ही यूक्रेनी कब्जे वाली कुर्स्क की अपनी जमीन को मुक्त करा लेना चाहता है। इससे वार्ता में रूस का पक्ष मजबूत हो जाएगा और यूक्रेन मोलभाव करने की स्थिति से दूर हो जाएगा।
इसी सोच से रूसी सेना ने हाल के दिनों में लगातार बड़े हमले कर पूर्वी यूक्रेन की भूमि पर कब्जा बढ़ाया है और कुर्स्क पर ताजा हमला किया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि उसने रणनीतिक महत्व वाले लेबेदेव्का गांव पर वापस पा लिया है।
रूस समर्थक सैन्य मामलों के ब्लागर यूरी पोडोल्याक ने बताया कि रूसी स्पेशल फोर्स के जवान कई मील चलकर चौड़ी पाइपलाइन के जरिये कुर्स्क के उस स्थान तक पहुंचे जहां पर यूक्रेनी सेना का जमावड़ा था। इससे पहले कुछ जवान कई दिन तक उस पाइपलाइन में रहकर यूक्रेनी सेना की टोह लेते रहे थे।
इसके बाद मौका देखकर यूक्रेनी सेना पर अचानक हमला किया। रूसी टेलीग्राम चैनल पर गैस मास्क लगाए इन जवानों के बड़ी टार्च के जरिये गैस पाइपलाइन में आगे बढ़ने के वीडियो दिखाए जा रहे हैं। जिस सुदजा इलाके में रूसी सैनिकों ने हमला किया वह रूस की प्राकृतिक गैस को यूरोप में आपूर्ति का बड़ा केंद्र है।
यूक्रेनी सेना के ड्रोनों ने शनिवार-रविवार की रात रूस में 1,300 किलोमीटर भीतर घुसकर वहां स्थित औद्योगिक संयंत्र पर हमला किया। चुवाशिया के गवर्नर ओलेग निकोलायेव ने बताया है कि हमले में किसी के मारे जाने की सूचना नहीं है लेकिन उन्होंने संयंत्र को हुए नुकसान की जानकारी नहीं दी है। इस बीच रूसी सेना ने यूक्रेन के 88 ड्रोन नष्ट करने का दावा किया है।