रूसी हमले में मारा गया सीरिया का ‘शैतान’!

दमिश्क: सीरिया एक बार फिर गृहयुद्ध की आग में जल रहा है। विद्रोहियों ने सीरिया के बड़े शहरों में शामिल अलेप्पो पर कब्जा कर लिया है। ऐसे में बसर अल असद के नेतृत्व वाली सरकार पर संकट बढ़ गया है। इस बीच दावा किया गया है कि असद सरकार का समर्थन कर रहे रूस के हवाई हमलों में विद्रोहियों का सबसे बड़ा नेता अबू मोहम्मद अल-जुलानी मारा गया है।

अबू मोहम्मद अल-जुलानी, हयात तहरीर अल-शाम (HTS) का नेता था। रविवार सुबह अरब मीडिया की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अलेप्पो में रूसी हवाई हमलों में अबू मोहम्मद अल-जुलानी मारा गया है। सोशल मीडिया पर भी अल-जुलानी के शव को दिखाने का दावा करने वाली तस्वीरें प्रसारित हो रही हैं।

HTS ने हाल के दिनों में असद शासन के खिलाफ हमले का नेतृत्व किया, जिसके दौरान अलेप्पो के महत्वपूर्ण हिस्सों पर विद्रोहियों का कब्जा हो गया है। रविवार को, रूसी मीडिया ने बताया कि रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसकी वायु सेना ने सीरियाई सेना के समर्थन में सीरियाई विद्रोहियों पर हमले किए हैं।

सीरिया में शत्रु दलों के सुलह के लिए रूसी सरकार द्वारा संचालित रूसी केंद्र ने कहा कि हमलों ने अलेप्पो और इदलिब प्रांतों में “आतंकवादी समूहों, कमांड पोस्ट, डिपो और तोपखाने की पोजिशन” को निशाना बनाया।

हयात तहरीर अल-शाम (HTS) अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी समूह है। यह 2017 में कई सीरियाई जिहादी समूहों के पुनर्गठन के परिणामस्वरूप बना था। इस समूह में हजारों की संख्या में लड़ाके हैं। इनमें शामिल कुछ लड़ाके पूर्व में सीरियाई सेना के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा इन लड़ाकों को तुर्की और अल कायदा जैसे आतंकवादी समूहों का समर्थन भी प्राप्त है। इनमें से कई लड़ाके पड़ोसी देशों के रहने वाले भी हैं।

अल-जुलानी हयात तहरीर अल-शाम के गठन के बाद से ही समूह का राजनीतिक और सैन्य नेता रहा है। उसने पश्चिमी पर्यवेक्षकों को यह समझाने का प्रयास किया है कि उसका संगठन पश्चिम के लिए कोई खतरा नहीं है। असद शासन ने 2016 से अलेप्पो पर कब्जा कर रखा था, जब रूस समर्थित सीरियाई बलों ने क्षेत्र में विद्रोहियों पर जीत का दावा किया था।

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