खैबर पख्तूनख्वा : पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा प्रांत लंबे समय से आतंकियों और सुरक्षाबलो के बीच में जंग का मैदान बना है। इस बीच, सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को वहां आतंकियों ने के खिलाफ दो बड़े अभियान चलाए। इन दोनों हमलों में कुल सत्रह आतंकी ढेर किए गए हैं।
वहीं, कराची हवाईअड्डे पर हमले के मामले में सिंध सरकार ने 2 संदिग्धों की जांच के लिए पूछताछ दल गठित किया है। इन संदिग्धों ने पिछले महीने कराची हवाई अड्डे के पास एक चीनी काफिले पर आत्मघाती हमले में कथित तौर पर मदद की थी।
सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को दो अलग-अलग अभियानों में सत्रह आतंकवादी मारे गए। दरअसल, सुरक्षा बलों ने खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन बन्नू और उत्तरी वजीरिस्तान जिलों में आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाया था। इन दोनों अभियानों में उनके ठिकानों को निशाना बनाया।
जानकारी के मुताबिक, बन्नू जिले के बाका खेल इलाके में, हाफिज गुलबहादुर समूह से जुड़े 12 आतंकवादियों को हेलिकॉप्टरों ने उनके परिसर पर हमला कर मार गिराया। वहीं, दूसरा ऑपरेशन उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली के हासो खेल इलाके में चलाया गया। इसमें पांच आतंकवादी मारे गए।
सूत्रों ने यह भी बताया कि आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है। सुरक्षा बलों ने मारे गए आतंकियों की तस्वीरें भी जारी कीं हैं।
वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के अधिकारियों ने दो संदिग्धों की जांच के लिए एक संयुक्त पूछताछ दल (जेआईटी) का गठन किया है। इन दोनों संदिग्धों ने पिछले महीने अक्तूबर में कराची हवाई अड्डे के पास एक चीनी काफिले पर आत्मघाती हमले में कथित तौर पर मदद की थी।
गौरतलब है कि 6 अक्तूबर को हुए आत्मघाती हमले में दो चीनी इंजीनियरों और एक पाकिस्तानी नागरिक की जान चली गई थी। इसके बाद से पाकिस्तान और चीन के बीच संबंधों में तनाव आ गया। इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस ने घटना के तीन दिन बाद बीएलए के नेताओं और अन्य के खिलाफ पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की।