तेल अवीव: इजरायल के मेटुला और हाइफा के पास हिजबुल्लाह के रॉकेट हमलों में सात लोगों की मौत हो गई है। इजरायली अफसरों ने बताया है कि सीमावर्ती शहर मेटुला के पास एक सेब के बगीचे में काम कर रहे लोग गुरुवार की सुबह लेबनान से दागे गए रॉकेट की चपेट में आ गए। ये इजरायल में हालिया समय का सबसे बड़ा हमला है, जिसमें सात नागरिकों की जान गई है। इसके साथ ही उत्तरी इजरायल में लेबनान से हुए हमलों में मारे गए नागरिकों की संख्या 39 हो गई है।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान से हिजबुल्लाह के हमले में मारे गए सभी लोग कृषि मजदूर थे, जो अटैक के समय बगीचे में काम कर रहे थे। मरने वालों में एक इजरायली और बाकी विदेशी नागरिक हैं। इजरायल के रक्षा बलों ने अपने बयान में मेटुला क्षेत्र में लेबनान से रॉकेट दागे जाने और मौतों की पुष्टि की है।
इजरायली अधिकारियों ने बताया कि दो अलग-अलग हमलों में सात मौते हुई हैं। पहले मेटुला में हमला हुआ और इसके कुछ घंटों बाद हाइफा के किरयात अता के बाहर जैतून के बाग में दो और लोग मारे गए, यहां पर भी हिजबुल्लाह ने कई रॉकेट दागे। हाइफा में रॉकेट गिरने से मरने वाले मौत मां और बेटे हैं, जो हमले का शिकार हुए हैं।
आईडीएफ के अनुसार, हिजबुल्लाह ने हमले में हाइफा क्षेत्र और उत्तर के दूसरे हिस्सों पर 25 से ज्यादा रॉकेट दागे। कई लोग इनकी चपेट में आए जबकि कुछ खाली क्षेत्र में गिरे। हिजबुल्लाह की ओर से बीते साल 8 अक्टूबर को उत्तरी इजरायल में रॉकेट और ड्रोन दागना शुरू किया गया था। बीते एक साल में पहली बार उत्तर में किसी हमले में सात लोगों की जान गई है।
इजरायली मीडिया ने कहा है कि यह हमला पिछले महीने लड़ाई के तेज होने और 27 जुलाई को हिजबुल्लाह के माजदल शम्स के ड्रूज शहर के एक पार्क में रॉकेट हमले में 12 बच्चों की मौत के बाद से उत्तरी इजरायल के लिए सबसे घातक दिन था। इजरायल ने इस हमले के बाद लेबनान में अटैक तेज करने के भी संकेत दिए हैं।