मुल्तान: ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मार्च 1877 में पहला इंटरनेशनल मैच खेला गया था, जो टेस्ट था। उसके बाद से 147 साल हो चुके हैं। इस बीच तमाम विश्व रिकॉर्ड बने और टूटे, लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ कि कोई टीम पहली पारी में 500 से अधिक रन बनाने के बाद मैच पारी से हार जाए, लेकिन यह शर्मनाक रिकॉर्ड अब पाकिस्तान के नाम दर्ज हो गया है। वह पहली ऐसी टीम बनी है, जिसने पहली पारी में 3 शतकों के दम पर 556 रन बनाए थे और मैच पारी और 47 रनों से हार गई।
पाकिस्तान ने पहली पारी में 556 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड ने 823 रनों का पहाड़ खड़ा किया, जिसके आगे पाकिस्तानी टीम ने घुटने टेक दिए। उसने दूसरी पारी में 220 रन बनाए, जबकि उसके 9 विकेट गिरे। अबरार अहमद अनफिट थे तो वह मैदान पर नहीं उतरे। इस तरह से पाकिस्तान के लिए यह सबसे शर्मनाक हार है। इससे पहले किसी टीम को ऐसी हार नहीं मिली थी।
पाकिस्तान ने मैच में पहले बैटिंग करते हुए 149 ओवरों तक बैटिंग की। इस दौरान उसके लिए अब्दुल्ला शफीक ने 184 गेंदों में 102, कप्तान शान मसूद ने 177 गेंदों में 151, आगा सलमान ने 119 गेंदों में नाबाद 104 रन ठोके तो पाकिस्तान टीम खुशी से झूम उठी। सौाद शकील ने भी 177 गेंदों में 82 रन ठाके थे। रनों का पहाड़ बनाने के बाद टीम के फैंस भी खुश थे, लेकिन यह खुशी अधिक देर नहीं रही।
टेस्ट इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर श्रीलंका के नाम है। उसने 1997 में भारत के खिलाफ कोलंबो में 6 विकेट के नुकसान पर 952 रन ठोके थे। यह पहला मौका था जब कोई टीम 950 रनों के पार पहुंची थी। यह स्कोर अपने आप में हैरान करने वाला था। अगर पारी घोषित नहीं होती तो शायद 1000 रन भी पार हो जाते।
दूसरे नंबर पर इंग्लैंड है। उसने 1938 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 विकेट पर 903 रन बनाए थे। यह पहला मौका था जब कोई टीम 900 रनों से अधिक बनाए। यह लंबे समय तक विश्व रिकॉर्ड था। यह मैच ऐतिहासिक द ओवल ग्राउंड पर खेला गया था।इंग्लैंड ने 1930 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 849 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था। उस समय यह इतने रन कभी नहीं बने थे। यह मुकाबला किंग्सटन के मैदान पर खेला गया था। यह आज भी इतिहास का तीसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।
इंग्लैंड ने जो रूट के 262 रनों और हैरी ब्रूक के 317 रनों के दम पर इंग्लैंड ने 823 रन ठोके। मुल्तान में बनाया गया ओवरऑल चौथा सर्वश्रेष्ठ, जबकि इंग्लैंड का तीसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।लिस्ट में 5वें नंबर पर वेस्टइंडीज है। उसने पाकिस्तान के खिलाफ 1958 में 3 विकेट के नुकसान पर 790 रन बनाते हुए पारी घोषित की थी। यह मुकाबला किंग्सटन में खेला गया था।
कप्तान शून्य पर आउट, फिर भी इंग्लेंड ने ठोक डाले 823 रन500 से अधिक रन अगर कोई टीम पहली पारी में बना दे तो उसके गेंदबाजों का हौसला 7वें आसमान पर होता है। नसीम शाह ने कप्तान ओली पोप को शून्य पर आउट करते हुए टीम को सफलता भी दिलाई, लेकिन यह शायद पहला और आखिरी मौका था जब पाकिस्तानी टीम खुश थी। इसके बाद जैक क्राउली ने 78, बेन डकेट 84 रन पर आउट हुए। हालांकि, जो रूट और हैरी ब्रूक ने क्रमश: 262 और 317 रन ठोकते हुए रनों की सुनामी ला दी। इंग्लैंड ने 7 विकेट के नुकसान पर 823 रन बनाते हुए पारी घोषित की।