नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर समेत यूपी और बिहार के साथ अन्य राज्यों में बारिश के कारण मौसम का मिजाज बदल गया। कहीं मौसम सुहावना हुआ तो कहीं मौसम की मार से जीनव अस्त व्यस्त हो गया। उत्तर भारत समेत देश के कई राज्यों में मानसून फिर से सक्रिय हुआ और तबाही मचा दी।
वहीं, राजस्थान, पश्चिमी यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश समेत कई जगहों पर बारिश हुई। मौसम विभाग ने आज भी यूपी बिहार और दिल्ली समेत कई राज्यों में बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने यूपी बिहार और बंगाल समेत कई राज्यों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है।
राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही बरसात से मौसम सुहाना बना हुआ है। तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। गुरुवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 21.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 14 वर्षों में इस माह का सबसे कम तापमान है। मौसम विभाग के पिछले 14 सालों के आंकड़ों को देखें तो गुरुवार का न्यूनतम तापमान 13 सितंबर को दर्ज किए गए 21.4 डिग्री सेल्सियस के पिछले रिकॉर्ड को भी पार कर गया।
पश्चिम बंगाल में कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और नदियों के आसपास के गांव डूब गए हैं। दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के अनुसार, बुधवार सुबह से मैथन डैम से 40,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है और इसके बाद हावड़ा, हुगली, पूर्व और पश्चिम बर्धमान, हुगली जिले के खानाकुल, आरामबाग क्षेत्रों में भी बाढ़ आ गई।
ओडिशा में पिछले कुछ दिनो से हो रही लगातार वर्षा के बाद अब लोगों को बाढ़ की विभीषिका का सामना करना पड़ रहा है। हजारों एकड़ खेत जलमग्न हो गए हैं, जबकि सैकड़ों गांव पानी में डूबे हुए हैं। 11 हजार 632 लोग अपने घर-बार छोड़ सुरक्षित स्थान पर शरण लिए हुए हैं जिन्हें सरकार की तरफ से भोजन-पानी मुहैया कराया जा रहा है।
33 इलाके के 264 गांव और दो नगरपालिका में बाढ़ के पानी के कारण लगभग 40 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सबसे ज्यादा प्रभावित बालेश्वर जिले का हवाई सर्वेक्षण कर प्रभावित लोगों को तुरंत सहायता मुहैया कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है।