नई दिल्ली. अजमेर के मांगलियावास थाना क्षेत्र में रविवार रात को मालगाड़ी को डिरेल करने की कोशिश की गई, लेकिन इस साजिश को नाकाम कर दिया गया. सराधना-बांगड़ ग्राम के पास 70 किलो वजनी सीमेंट के ब्लॉक रखे गए थे, लेकिन मालगाड़ी इन्हें तोड़ते हुए निकल गई. रेलवे कर्मचारियों ने मांगलियावास थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पिछले साल मई से लेकर अब तक तकरीबन 25 ऐसी घटनाएं हो गई है जिसमें या तो ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई है या ट्रेन पर पथराव किया गया है.
रेलवे के सूत्रों का कहना है कि हालिया मामले बेहद गंभीर है. इनकी गंभीरता इस बात से मापी जा सकती है कि इन मामलों की जांच NIA और ATS जैसी एजेंसी कर रही है. जिस तरीके की जानकारी जांच के बाद सामने आएगी उसी हिसाब से रेलवे अपनी तैयारी को रखेगा.
रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ फेंसिंग का काम तेजी से चल रहा है. अप्रैल से अगस्त तक 2600 किलोमीटर फेंसिंग हो चुकी है. कुल मिलाकर अब तक 4600 किलोमीटर की फेंसिंग हो चुकी है. लेकिन अभी ये फेंसिंग उन रूट पर हो रही है जहां ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटा या उससे ज्यादा में चलती हो.
रेलवे का कहना है कि 74000 km के ट्रैक को किलाबंद करना अभी मुमकिन नही दिखता.रेलवे के सूत्रों का कहना है कि लोको इंजन के आगे सीसीटीवी कैमरा लगाने का काम भी जल्द शुरू होने की उम्मीद है. फिलहाल ये डाक्यूमेंटेशन फेज में है.
5 जून 2023 को उड़ीसा भद्रक के मंजरी रेल स्टेशन के पास ट्रैक पर लकड़ी का एक गठ्ठा रेलवे ट्रैक पर पाया गया. 2 अक्टूबर 2023 को राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में गंगरार और सोनयाना स्टेशन के बीच ट्रैक पर लोहे और पत्थर से बने दो इंसुलेटर पिन पाए गए. 4 फरवरी 2024 को तमिलनाडु में वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया.
2 जून 2024 को मालदा में सिग्नल के साथ छेड़छाड़ की गई.12 जुलाई 2024 को बंगाल के बीरभूम जिले में एक लोकल ट्रेन के साथ तोड़फोड़ की गई. 16 जुलाई 2024 को प्रयागराज के रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर और बाकी सामान रखने के लिए एक यूट्यूबर को गिरफ्तार किया गया.
1 अगस्त को एक और शख्स को गिरफ्तार किया जो रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर और साइकल रखकर वीडियो बनाता था. 5 अगस्त को ट्रैक पर कैंची और इस तरीके के सामान रखने वाला एक और शख्स गिरफ्तार किया गया. 17 अगस्त को कानपुर के भीमसेन और गोविंदपुर के बीच साबरमती एक्सप्रेसव के 20 डिब्बे डिरेल हो गए.
जांच में मालूम चला कि वहां पर लोहे का एक बहुत बड़ा टुकड़ा था जिसकी वजह से ट्रेन पटरी से उतरी. 18 अगस्त को जबलपुर के गढ़ा और कछपूरा के बीच ट्रेन एक लोहे की रोड से टकराई. यह लोहे की रोड 15 से 20 फीट ऊंची और 9 मिलीमीटर की गोलाई वाली थी.
20 अगस्त 2024 में प्रयागराज में एक बाइक का एलॉय व्हील ट्रैक पर रखा गया था जिससे ट्रेन टकराई और कुछ समय के लिए बाधित रही. 23 अगस्त 2024 को कायमगंज और शमशाबाद के बीच 30kg की लकड़ी रखी हुई थी जिसकी वजह से ट्रेन को रुकना पड़ा. ये 137 cm लंबा था.
24 अगस्त 2024 में पाली राजस्थान के जवाई बांध और बिरोलिया के बीच ट्रैक पर सीमेंट का एक ब्लॉक रखा हुआ था. 28 अगस्त को राजस्थान में गुगोर और भूलोन के मध्य ट्रक के बीचो-बीच मिट्टी में सना मोटरसाइकिल का chesis रखा गया था, जिससे मालगाड़ी टकरा गई थी.
30 अगस्त तेलंगाना के चंदन नगर और हाफिज पेट के बीच रेलवे ट्रैक में लोहे की एक रोड रखी गई थी जिसकी वजह से 10 मिनट ट्रेन को वहां रुकना पड़ा 30 अगस्त को झारखंड के डाल्टनगंज और कजरी रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक से 100 पैंड्रोल क्लिप को ट्रैक से निकाल कर चोरी कर लिया गया.
5 सितंबर, 2024 की शाम को, कुरदुवाड़ी रेलवे स्टेशन के पास एक गंभीर दुर्घटना से बचाव किया गया जब एक सिग्नल पॉइंट के पास ट्रैक पर जानबूझकर एक फाउलिंग मार्क स्लैब रखा गया था. सतर्क लोको पायलट ने समय पर ट्रेन को रोक लिया, और अधिकारियों ने जल्दी से अवरोध को हटा दिया. इस घटना की जांच चल रही है. 7 सितंबर, 2024 को, इंदौर-जबलपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के दो कोच संदिग्ध परिस्थितियों में जबलपुर स्टेशन के पास डिरेल हो गए. डिरेलमेंट की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है.
9 सितंबर को प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस पटरी पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकराने के बाद डिरेल होते-होते बची. यह घटना कानपुर में हुई. ट्रेन से लगने के बाद सिलेंडर ट्रैक से साइड हो गया और लोको पायलट ने समय पर आपातकालीन ब्रेक लगा दिए. पुलिस ने घटनास्थल पर पेट्रोल और माचिसें पाई, जो स्पष्ट रूप से आपराधिक इरादे को दर्शाती हैं. इस मामले की जांच जारी है.
मामले की जांच कर रही एटीएस ने अब तक चार लोगों को लखनऊ से हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है. इसके साथ ही जांच एजेंसी एनआईए भी कानपुर के अलावा लखनऊ, कन्नौज समेत कई जिलों में संदिग्धों से पूछताछ कर रही है.