जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद क्षेत्रांतर्गत विद्यालयों को गावों से जोड़ने वाले ऐसे पैदल मार्ग जो बारीश के कारण प्रभावित हए हैं और छात्रों के लिए जोखिम भरा हो ऐसे विद्यालयों को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पठन-पाठन की दृष्टि से असुरक्षित कक्षा-कक्षों/विद्यालयों की सूचना उपलब्ध नहीं करवाये जाने पर सम्बंधित शिक्षा विभाग के सम्बंधित क्षेत्रीय अधिकारी की जवाबदेही तय की जायेगी।
सड़क निर्माण से जुडे विभागों द्वारा मोटर मार्गो के दुर्घटना संवेदनशील स्थानों पर वृक्षारोपण को लेकर बरती जा रही सुस्ती पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी सम्बंधित अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब किया है। साथ ही डीडीओ को निर्देश दिये कि पीएमजीएसवाई व लोनिवि विभागों की डीवीजनवार संवेदनशील स्थानों पर वृक्षारोपण संबंधी सूचना की संयुक्त रिर्पोट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में सहायक अभियंता जल संस्थान सोहन सिंह जेठुड़ी, एडीपीआरओ नितिन नौटियाल, आपदा प्रबंधन अधिकारी दिपेश काला सहित अन्य संबंधित अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।