यरुशलम। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के दौरे के ठीक बाद बुधवार को इजरायल ने गाजा पर बड़ा हमला कर 50 फलस्तीनियों को मार डाला है। ताजा हमले में इजरायली विमानों ने गाजा पट्टी के करीब 30 स्थानों पर बमबारी की।
इजरायली सेना का दावा है कि इन हमलों में हमास और इस्लामिक जिहाद के ठिकानों को निशाना बनाया गया है। हमलों में दर्जनों लड़ाके मारे गए हैं। जिन स्थानों पर कार्रवाई हुई है वहां पर बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद भी मिला है।
बुधवार को ही इजरायली सेना ने गाजा सिटी के एक स्कूल और उसके नजदीक के एक घर को भी निशाना बनाया। इस कार्रवाई में तीन लोग मारे गए और 15 घायल हुए हैं। इजरायली सेना ने कहा है कि स्कूल से हमास का कमांड सेंटर संचालित हो रहा था। इसी प्रकार से खान यूनिस शहर के नजदीक एक टेंट में रह रहे लोगों पर हमले में सात फलस्तीनी मारे गए हैं।
गाजा पर ये हमले साढ़े दस महीने से जारी युद्ध के दौरान ब्लिंकन के क्षेत्र के नौवें दौरे के बाद हो रहे हैं। इस दौरे में ब्लिंकन ने युद्धविराम के लिए इजरायली नेताओं से बात की लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। गाजा युद्ध में अभी तक 40 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।
करीब 23 लाख की आबादी वाली गाजा पट्टी में 90 प्रतिशत लोग बेघर हो चुके हैं या फिर उन्हें ठिकाना छोड़ने के लिए विवश किया गया है। अब स्कूलों, अस्पताल परिसरों और टेंटों में रह रहे लोग भी सुरक्षित नहीं हैं। उन पर भी बमबारी और गोलाबारी हो रही है।
बुधवार को हिजबुल्ला ने इजरायल के कब्जे वाली गोलन पहाडि़यों पर करीब 50 राकेट दागे, वहीं इजरायल ने लेबनान स्थित हिजबुल्ला के शस्त्रागार को बमबारी से नष्ट करने का दावा किया है। हिजबुल्ला का यह शस्त्रागार बेका घाटी में था।
इजरायल ने हिजबुल्ला के प्रमुख लड़ाके सिदान को भी मारने का दावा किया है। वह ईरान के लिए भी कार्य करता था। उसके अतिरिक्त दो और लोग भी मारे गए हैं। जबकि गोलन पहाडि़यों पर हिजबुल्ला ने इजरायली बस्ती को निशाना बनाया है। इस राकेट हमले में हुए नुकसान की अभी तक सूचना नहीं मिली है।