नई दिल्ली:आईएमडी ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में अलग-अलग स्थानों पर अगले सात दिन भारी वर्षा जारी रहने की चेतावनी दी है। इसके अलावा, केरल, तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
विभाग ने हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वोत्तर के सभी सातों राज्य, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में मंगलवार को भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड, केरल और तमिलनाडु के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में बांध टूटने से कई इलाके डूब गए हैं। राज्य में पिछले तीन दिनों से रुक-रुक के हो रही मूसलाधार बारिश से सात जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। भारी बारिश की वजह से जयपुर समेत पांच जिलों में सोमवार को स्कूलों में छुट्टी कर दी गई।
हिमाचल प्रदेश में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के चलते 197 सड़कें बंद हैं। वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 7 दिनों के दौरान राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। मंगलवार को भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर 18 राज्यों के लिए यलो और चार राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
राजस्थान में पिछले 24 घंटे के दौरान 118 मिमी से अधिक वर्षा हुई है। धौलपुर, करौली, भरतपुर, दौसा, टोंक, सवाई माधोपुर और जयपुर में लगातार बारिश के चलते कई इलाकों में जलभराव हो गया है। सवाई माधोपुर में मोरेल नदी उफान पर है।
बौंली उपखंड में बांध टूटने से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं और घरों में पानी घुस गया है। भारी बारिश के चलते रणथंभौर में 100 से अधिक लोग फंसे हुए है, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है। रविवार को जयपुर के कनोता बांध में नहाते वक्त डूबे पांचों लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
वहीं, सोमवार को सवाई माधोपुर के गलता कुंड में नहा रहे दो चचेरे भाइयों की डूबकर मौत हो गई। गहरे पानी में जाने की वजह से दोनों डूब गए। राज्य में अब तक 31 फीसदी अधिक वर्षा हुई है। डूंगरपुर और बंसवाड़ा को छोड़कर लगभग सभी जिलों में सामान्य वर्षा दर्ज की गई है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से दो राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 197 सड़कों को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। ऊना के विभिन्न इलाकों में जलभराव हुआ है। 31 जुलाई को कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में लापता 30 लोगों की अभी तलाश चल रही है। अब तक 28 शव बरामद किए गए हैं। 27 जून से 9 अगस्त तक वर्षा जनित घटनाओं में राज्य में 110 से अधिक लोगों की अब तक जान जा चुकी है।
राज्य आपदा संचालन केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक, 488 ट्रांसफॉर्मर और 116 जलापूर्ति योजनाएं भी ठप पड़ी हैं। मंगलवार को राज्य में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। सिरमौर जिले में मरकंडा नदी में अचानक आई बाढ़ में फंसे सात लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान 20 से अधिक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में जमकर वर्षा हुई है। हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा दर्ज की गई है।
वहीं, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली, मेघालय, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, त्रिपुरा, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हुई है।