मॉस्को: रूस और यूक्रेन युद्ध में रूसी राष्ट्रपति पुतिन को अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है। यूक्रेनी सेना रूस में घुस कर लड़ाई कर रही है। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद यह पहली बार है जब किसी देश की सेना ने रूस में धावा बोला है। रूस के कुर्स्क क्षेत्र में लड़ाई चल रही है, जिसके बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन हिल गए हैं। पुतिन ने 76000 से ज्यादा कुर्स्क निवासियों को युद्धग्रस्त इलाका खाली करने का आदेश दिया है। लगभग पांच दिनों के यूक्रेनी हमलों के बाद रूसी क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों के लोगों को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
अभी तक यूक्रेनी सेना सिर्फ डिफेंसिव थी, जो रूसी सेना को रोकने में लगी थी। लेकिन उसके हमला करते ही पुतिन की सेना पीछे हटने लगी है। रूस के सीमावर्ती इलाकों में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है। रूसी अधिकारी आठ क्षेत्रों में अस्थायी आवास स्थापित कर रहे हैं। पश्चिमी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले से पुतिन परेशान हो गए हैं। माना जा रहा है कि हजारों यूक्रेनी सैनिक हमले में शामिल हैं। कथित तौर पर उन्होंने सैकड़ों रूसी सैनिकों को मार डाला और एक प्रमुख हवाई क्षेत्र पर हमला किया।
रूसी राजनेता अर्टेम शारोव ने लोगों को इलाका खाली करने को कहा है। उन्होंने कहा, ‘कुर्स्क क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों में आबादी को सहायता देने के लिए एक अंतरविभागीय परिचालन मुख्यालय तैनात किया गया है। इसका प्राथमिक काम इस इलाके से भागे निवासियों का सुरक्षित पुनर्वास करना है। अब तक 76 हजार से ज्यादा लोगों को अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थानों पर बसाया गया है।’ पिछले कुछ दिनों में बार-बार हमले के बाद लोगों को बसों, ट्रेनों और कारों के जरिए भागते हुए देखा गया है।
इस हमले से हैरान पुतिन की सेना यूक्रेनी हमले को रोकने के लिए हर कोशिश कर रहे हैं। रूस को यूक्रेन पर कब्जा करने से ज्यादा अब अपनी जमीन को वापस हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। रूस ने शनिवार को तीन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया है।
रक्षा मंत्रालय ने अग्रिम मोर्चों पर अपनी सैन्य क्षमताओं की एक बड़ी तैनाती की घोषणा की है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक रूस कई रॉकेट लांचर, तोप, टैंक और भारी वाहनों को यहां भेज रहा है। सैनिकों की आपातकालीन तैनाती के बावजूद मंत्रालय का दावा है कि उन्होंने अब यूक्रेन को रूसी भूमि में बढ़ने से रोक दिया है।
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक कथित तौर पर एक जनरल का आरोप है कि क्रेमलिन ने यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई की खुफिया चेतावनियों को खारिज किया। रूस की बड़ी तैनाती के बावजूद यूक्रेनी सेना ने कई बड़े झटके दिए हैं। शुक्रवार को आक्रमण रोकने के लिए तैनात किए जा रहे रूसी सैनिकों की एक टुकड़ी को बेरहमी से खत्म कर दिया गया। इससे जुड़े वीडियो में जलते हुए ट्रकों में शवों का ढेर दिखाया गया है। इन ट्रकों के काफिले पर HIMARS मिसाइल से हमला किया गया, जिसने सीधे 14 ट्रकों के काफिले को उड़ा दिया।