नई दिल्लीः राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का जो रूप आज दिखा वो शायद ही आपने पहले कभी देखा होगा. दरअसल, आज जब राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी दलों के सांसद महिला पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में अयोग्य घोषित किए जाने को लेकर हंगामा करने लगे. पहले तो सभापति ने उन्हें शांत करने की कोशिश की लेकिन जब सांसद लगातार शोर मचाते रहे तो सभापति गुस्से में पहले अपनी सीट से उठे और फिर जो उन्होंने जो कहा वो सबको हैरान कर गया.
सदन में विपक्ष के हंगामे के बीच केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि पूरा देश विनेश फोगाट के साथ खड़ा है. जो भी प्रयास किए जा सकते थे वो सब हमारी सरकार ने किया है. सदन की कार्यवाही के दौरान जो व्यवहार विपक्ष का सभापति के लिए रहा है वह चिंता का विषय है. मुझे लगता है कि विपक्ष को इसपर आत्मचिंतन जरूर करना चाहिए.
आपको बता दें राज्यसभा में विनेश फोगाट का मामला विपक्ष के नेता खरगे ने उठाने की कोशिश की थी. लेकिन सभापति धनखड़ ने इसके लिए उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया. इसके बाद जब टीएमसी सांसद ने इस मुद्दे पर बात करना चाहा तो जगदीप धनखड़ ने उन्हें चेतावनी दी. सभापति ने कहा कि अगर उन्होंने ये हरकत फिर की तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा. इसके बाद सदन में हंगामा और तेज हो गया. विपक्ष की नारेबाजी के बीच सभापति जगदीप धनखड़ बेहद भावुक भी दिखे.
उन्होंने इस मौके पर सभापति ने सभा सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि माननीय सदस्यगण, इस पवित्र सदन को अराजकता का केंद्र बनाना, भारतीय प्रजातंत्र के ऊपर कुठारघात करना, अध्यक्ष की गरिमा को धूमिल करना, शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण माहौल बनाना, क्या ये अमर्यादित आचरण नहीं है, ये हर सीमा को लांघने जैसा है.