भारत ने दुनिया को बुद्ध दिया, युद्ध नहीं: PM मोदी

उदय दिनमान डेस्कः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं, बल्कि बुद्ध दिया है. जिसका मतलब है कि उसने हमेशा शांति और समृद्धि दी है और देश 21वीं सदी में अपनी भूमिका मजबूत करेगा. पीएम नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रिया और रूस के दौरे के बाद वापस नई दिल्ली लौट आए हैं. अपने मॉस्को दौरे में पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी. पीएम मोदी के ऑस्ट्रिया दौरे में क्या खास रहा इसे 10 प्वाइंट में जानते हैं.

वियना में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत आज सर्वश्रेष्ठ होने, सबसे उज्ज्वल बनने और सबसे बड़ी उपलब्धियां हासिल करने की दिशा में काम कर रहा है.पीएम मोदी ने कहा कि ‘हम हजारों वर्षों से अपना ज्ञान और विशेषज्ञता साझा करते रहे हैं. हमने दुनिया को युद्ध नहीं, बल्कि बुद्ध दिया है. भारत ने हमेशा शांति और समृद्धि दी है और इसलिए भारत 21वीं सदी में अपनी भूमिका को और मजबूत करने जा रहा है.’

पीएम मोदी एक दिन पहले मॉस्को से ऑस्ट्रिया पहुंचे थे. उन्होंने मॉस्को में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता के दौरान यूक्रेन संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के महत्व पर प्रकाश डाला था.ऑस्ट्रिया की अपनी पहली यात्रा को ‘सार्थक’ बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 41 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस देश की यात्रा पर आया है.पीएम मोदी ने कहा कि ‘यह लंबा इंतजार एक ऐतिहासिक अवसर पर समाप्त हुआ है. भारत और ऑस्ट्रिया अपनी दोस्ती के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं.’

उन्होंने ‘मोदी, मोदी’ के नारों के बीच कहा कि ‘भौगोलिक दृष्टि से भारत और ऑस्ट्रिया दो अलग-अलग छोर पर हैं, लेकिन हमारे बीच कई समानताएं हैं. लोकतंत्र दोनों देशों को जोड़ता है.पीएम मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता, समानता, बहुलवाद और कानून के शासन के प्रति सम्मान हमारे साझा मूल्य हैं. हमारे समाज बहुसांस्कृतिक और बहुभाषी हैं. दोनों देश विविधता का जश्न मनाते हैं और इन मूल्यों को दर्शाने का एक बड़ा माध्यम चुनाव हैं.’

पीएम मोदी ने हाल में संपन्न हुए आम चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि 65 करोड़ लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया और इतने बड़े चुनाव के बावजूद चुनावी नतीजे कुछ ही घंटों में घोषित कर दिए गए.पीएम मोदी ने कहा कि ‘यह हमारी चुनावी मशीनरी और लोकतंत्र की ताकत है.’ऑस्ट्रिया में भारतीय दूतावास के अनुसार, ऑस्ट्रिया में 31,000 से अधिक भारतीय रहते हैं. देश में भारतीय छात्रों की संख्या 450 से अधिक है.

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