नई दिल्ली: देश में मॉनसून एक्टिव होने के साथ ही कई राज्यों में बारिश हो रही है. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित उत्तर भारत के बड़े हिस्से में बारिश के कारण आम जीवन प्रभावित है, जबकि असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. पूर्वोत्तर राज्य की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और बाढ़ से करीब 22 लाख लोग प्रभावित हैं.
मौसम विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश के साथ-साथ गरज और बिजली गिरने का अनुमान जताया है. विभाग ने अगले चार से पांच दिनों के दौरान भारी बारिश का भी अनुमान जताया है.
मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून ने आठ जुलाई की सामान्य तारीख से छह दिन पहले दो जुलाई को ही पूरे देश में आच्छादित हो गया. राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 33 और 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 33.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिल्ली के सफदरजंग वेधशाला ने 0.6 मिमी बारिश दर्ज की. सफदरजंग वेधाशाला के आंकड़ों को राष्ट्रीय राजधानी का मानक माना जाता है.
लोधी रोड और रिज वेधशालाओं ने सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच क्रमशः 0.6 मिमी और 2.7 मिमी बारिश दर्ज की गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (एमडी) के मौसम बुलेटिन के अनुसार सापेक्षिक आर्द्रता 73 प्रतिशत से 91 प्रतिशत के बीच रही.
शिमला स्थित मौसम कार्यालय ने शनिवार को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने का ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है. रविवार और सोमवार को उत्तर-पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है और नौ व दस जुलाई को इसमें वृद्धि हो सकती है.
मौसम विभाग ने कहा कि बीकानेर संभाग और जोधपुर संभाग के पूर्वी और उत्तरी हिस्सों में भी अगले दो से तीन दिनों में बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा कि उत्तरी पश्चिम बंगाल में नौ जुलाई तक बारिश होने की संभावना है. उत्तर प्रदेश में आठ जुलाई तक बारिश होगी. यहां तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अनुमान है.
दक्षिण कन्नड़ जिले में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर जारी ‘रेड अलर्ट’ को देखते हुए जिला प्रशासन ने शनिवार को 12वीं तक के सभी विद्यालयों को बंद रखने की घोषणा की है.