एटा। सिकंदराराऊ से एटा रोड पर स्थित गांव फुलरई में सत्संग के बाद बड़ा हादसा हुआ। सत्संग खत्म होने के बाद भीड़ निकल रही भीड़ को एक हिस्से से बाबा का काफिला निकालने के लिए रोका तभी भगदड़ मच गई। इसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, कई हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है। ऐसे में यह संख्या अभी और बढ़ सकती है।
मृतकों में हाथरस और एटा के रहने वाले हैं। मृतकों को अलीगढ़ और एटा पहुंचा गया। मौके पर डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल पहुंच गए हैं।
हादसे के बाद पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बड़ी भीड़ जमा हो गई, एक तरफ शव लाए जा रहे थे तो दूसरी तरफ स्वजन पहुंच रहे थे। शवों के पास बैठे स्वजनों का विलाप सुन हर किसी का दिल पसीज रहा था। खबर अपडेट किए जाने तक 25 शव एटा पोस्टमार्टम गृह पर लाए गए हैं। मृतकों में कई महिलाएं और एक बच्चा भी शामिल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।CM योगी ने मंत्री लक्ष्मी नारायण, मंत्री संदीप सिंह, चीफ सेक्रेटरी एवं डीजीपी को मौक़े पर भेजा है।
एटा के सीएमओ उमेश कुमार त्रिपाठी ने हादसे में 27 लोगों की मौत की पुष्टि की है, जिनमें 25 महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में हुए हादसे पर संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।