नई दिल्लीः रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने करीब 140 करोड़ भारतीय फैंस को जीत का तोहफा दिया. टीम इंडिया ने बारबाडोस में दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में हराकर टी20 वर्ल्ड कप 2024 की खिताब अपने नाम किया.
भारत ने इससे करीब 7 महीने पहले ही 2023 वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल गंवाया था, जिसकी उन्होंने इस जीत के साथ भरपाई कर दी. इस जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 इंटरनेशनल को अलविदा कहते हुए जीत के बारे में बात की. रोहित ने बताया कि कैसे टीम यहां तक पहुंची.
मैच के बाद बात करते हुए रोहित शर्मा ने कहा, “हमने पिछले 3-4 सालों में जिस दौर से गुज़रे हैं उसका सारांश देना बहुत मुश्किल है. सही बताऊं, हमने व्यक्तिगत और टीम के रूप में बहुत मेहनत की. आज यहां होने और इस गेम को जीतने के लिए पर्दे के पीछे बहुत कुछ हुआ है. ये वो नहीं है जो हमने आज किया है, बल्कि यह वो जो हम पिछले 3-4 सालों से कर रहे हैं.
यह नतीजा है जो आज आया है. हमने अतीत में कई हाई प्रेशर गेम खेले हैं और हम गलत टीम भी रहे हैं. लेकिन लड़कों को पता है कि क्या करना चाहिए. आज इसका बिल्कुल सही उदाहरण कि जब पीठ दीवार से लगी हो तो क्या ज़रूरी है? हम एक टीम के रूप में और हम सभी एक साथ डटे रहे, तब भी जब एक प्वाइंट पर दक्षिण अफ्रीका रास्ते पर दिख रही थी.”
भारतीय कप्तान ने आगे कहा, “ओवरऑल, एक टीम, मैदान पर एक ग्रुप, हम इसे बुरी तरह चाहते थे. हम इसे जीतना चाहते थे. इस तरह का टूर्नामेंट जीतने के लिए, पर्द के पीछे बहुत कुछ होता है, बहुत प्रयास, बहुत सारे दिमाग एक साथ आते हैं.
मुझे अपने पास मौजूद लड़कों के ग्रुप पर और मैनेजमेंट पर बहुत गर्व है कि उन्होंने हमें जानें और खेलने, पालन करने, हममें से हर एक पर भरोसा करने की आज़ादी दी. इसे मैनेजमेंट, कोच, कप्तान से शुरू करना होगा और फिर खिलाड़ी वहां जाकर ऐसा करेंगे. पूरे टूर्नामेंट में मुझे लगा कि हम शानदार थे.”
आगे विराट कोहली पर भारतीय कप्तान ने कहा, “विराट की फॉर्म को लेकर मुझे या किसी भी को संदेह नहीं था. हम जानते हैं जो क्वालिटी उनके पास है, वह इस खेल में 15 सालों से टॉप पर हैं, मौका आने पर बड़ा खिलाड़ी खड़ा होगा. विराट एक छोर को पकड़े हुए था जो हमारे लिए बहुत ज़रूरी था और बाकी खिलाड़ियों ने उसके चारों तरफ खेला.
हमारे लिए उस टोटल तक जाना टीम का प्रयास था. हम चाहते थे कि कोई लंबे सयम तक खेले और विराट ने वह बखूबी किया. यहीं से विराट का अनुभव सामने आता है. उसके चारो तरफ लड़कों ने अच्छा खेला, अक्षर की 47 रनों की पारी भी बहुत अहम थी.”
आगे बुमराह के बारे में भारतीय कप्तान ने कहा, “मैं समझ सकता हूं कि आप लोग इसे शब्दों में बयां करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं उनमें से एक हूं, जिसने उन्हें इतने सालों से देखा है, यहां तक उनके साथ खेलते हुए भी, लेकिन मैं भी नहीं जातना कि वाकई में उनके साथ क्या है.
मुझे पता कि वह टेबल पर क्या लाते हैं लेकिन वह यह कैसे करते हैं, यह मास्टरक्लास है. वह अपनी स्किल पर भरोसा करते हैं और यही बहुत है और वह कॉन्फिडेंट लड़का है. वह जो भी करना चाहता है, उसे पूरी तरह से करता है जो बहुत असाधारण है. जसप्रीत बुमराह को एक शब्द में कहें, वह एक क्लास एक्ट है.”
भारतीय कप्तान ने फिर हार्दिक के बारे में कहा, “हार्दिक भी शानदार थे. आखिरी ओवर डालना, उससे फर्क नहीं पड़ता कि कितने रन चाहिए थे, आखिरी ओवर डालना, मुझे लड़कों पर बहुत गर्व है.