देहरादून :रिश्वत के साथ गिरफ्तार हुए जीएसटी के सहायक आयुक्त शशिकांत दुबे के घर से 50 लाख रुपये के सोना-चांदी बरामद हुए हैं। इसके अलावा दुबे के देहरादून में दो प्लॉट और एक तीन मंजिला मकान है। विजिलेंस इस मामले में दुबे की आय और अर्जित संपत्ति का आकलन कर रही है। जल्द ही आरोपी अधिकारी पर आय से अधिक संपत्ति रखने का मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है। उधर, आरोपी दुबे को विजिलेंस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि विजिलेंस को राजपुर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट के संचालक ने शिकायत की थी। बताया था कि सहायक आयुक्त जीएसटी शशिकांत दुबे उनके रेस्टोरेंट पर आया था। वहां उसने बिल को देखकर तमाम तरह की कमियां बताईं और अपने ऑफिस बुलाया था। रेस्टोरेंट संचालक जब दुबे के ऑफिस पहुंचे तो वहां जीएसटी से सेटिंग के लिए उसने एक लाख रुपये की मांग की।
इस पर जब संचालक ने कुछ समझाने का प्रयास किया तो उस पर ही गुस्सा होने लगा। जैसे-तैसे रिश्वत की रकम को घटाकर 75 हजार रुपये कर दिया गया। दुबे ने रेस्टोरेंट संचालक को मंगलवार को अपने ऑफिस में रिश्वत के साथ बुलाया था। जैसे ही संचालक ने दुबे के हाथों में रिश्वत की रकम थमाई तभी विजिलेंस टीम ने दुबे को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी विजिलेंस धीरेंद्र कुमार गुंज्याल ने बताया कि इस कार्रवाई के बाद दुबे के कैनाल रोड स्थित घर पर भी छापा मारा गया था। वहां तलाशी में विजिलेंस को 600 ग्राम से ज्यादा सोना और दो किलोग्राम चांदी मिली है। सोना सिक्कों और बिस्कुट के रूप में जमा किया गया था। इस माल की कुल कीमत करीब 50 लाख रुपये आंकी गई है। इसके अलावा दुबे का एक 175 वर्ग गज का प्लॉट शिमला बाईपास पर है।
निरंजनपुर में भी 200 वर्ग गज का प्लॉट दुबे के नाम पर है। ये प्लॉट उसने क्रमश: वर्ष 2013 और 2021 में खरीदे थे। इसके अलावा कैनाल रोड स्थित मकान तीन मंजिला है। इसके बारे में दुबे ने बताया है कि यह उसने लोन लेकर बनाया था। इस मामले में अब आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है।
दुबे मूल रूप से बिहार के बक्सर जिले का रहने वाला है। वह 2015 बैच का पीसीएस अधिकारी है। उसकी ज्यादातर पोस्टिंग देहरादून और इसके आसपास ही रही है। वह पहले विकासनगर, मसूरी, भगवानपुर में तैनात रहा। इसके बाद उसकी पोस्टिंग आशारोड़ी ऑफिस में रही। यहां के बाद उसे बतौर सहायक आयुक्त तैनाती लक्ष्मी रोड स्थित राज्य कर विभाग में हुई। इस दरम्यान ही उसने ज्यादातर संपत्तियों को जोड़ा है।