काहिरा/रियाद। मक्का में स्थित मुस्लिमों की सालाना तीर्थयात्रा हज में भीषण गर्मी कहर बनकर टूटी है। अत्याधिक गर्मी के चलते अब तक यात्रा पर गए 1000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। सबसे अधिक मिस्त्र के 672 नागरिकों की यात्रा के दौरान जान गई है। वहीं, मिस्त्र के 25 नागरिक लापता हैं।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, इस अत्यधिक गर्मी ने हज यात्रा में भाग लेने वाले लगभग 20 लाख लोगों को प्रभावित किया। मरने वालों में अधिकतर मिस्रवासी थे। इंडोनेशियाई सरकार के आंकड़ों के मुताबिक उनके देश के भी 236 नागरिकों की यात्रा में मौत हुई है। वहीं भारत के विदेश मंत्रालय ने बताया कि 98 भारतीय नागरिकों की मौत हुई।
इसके अलावा ट्यूनीशिया, जॉर्डन, ईरान और सेनेगल के नागरिकों की भी यात्रा के दौरान मौतें हुई हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस साल कुल मरने वालों की संख्या कम से कम 1,114 हो गई है। स्थिति की जांच करने वाली मिस्र की एक संकट इकाई ने शनिवार को कहा कि उसने 16 पर्यटन कंपनियों के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं और उन्हें सरकारी अभियोजक के पास भेज दिया है।
इन एजेंसियों पर मौतों के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि अधिकतर ऐसे तीर्थयात्रियों की मौत हुई है, जो आधिकारिक सिस्टम के तहत पंजीकृत नहीं थे। यूनिट ने कहा कि आधिकारिक तौर पर पंजीकृत तीर्थयात्रियों में पुरानी बीमारी के कारण 31 मौतों की पुष्टि की गई है।