देहरादून:उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्र भीषण गर्मी से बेहाल हैं। लू के थपेड़ों से जनजीवन प्रभावित है। हालांकि, पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम करवट बदलने लगा है। ताजा पश्चिमी विक्षोभ के हिमालयी क्षेत्र में पहुंचने से ऊंचाई वाले हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में बुधवार को दोपहर बाद मसूरी में मौसम बदल गया और झमाझम बारिश हुई। टिहरी में भी बारिश हुई, जिससे गर्मी से राहत मिली। वहीं देहरादून में धूल भरी तेज आंधी चली।
विकासनगर: पछवादून में धूलभरी तेज आंधी ने सड़क पर वाहनों के पहिए रोक दिए। सड़क पर पड़ा कूड़ा व धूल उड़कर घरों में घुस गयी। वाहन चालक सुरक्षित स्थानों पर खड़े हो गए। दुकानदारों को अपने शटर नीचे करने पड़ गए। करीब पंद्रह मिनट की तेज आंधी ने लोगों को बेहाल किए रखा। दुकानों के बोर्ड उड़ गए।
इससे पहले मंगलवार को बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब सहित अन्य चोटियों पर दोपहर बाद झमाझम वर्षा हुई। जिससे आसपास के निचले क्षेत्रों में तापमान में थोड़ी गिरावट आई। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में 24 घंटे में तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की गई।मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को देहरादून समेत प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ तीव्र बौछार, अंधड़ की आशंका है। कुछ क्षेत्रों में अंधड़ को लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।
मंगलवार को सुबह से ही मैदानी क्षेत्रों में चटख धूप खिली और गर्म हवा के थपेड़ों ने बेहाल किया। दून में दोपहर में भीषण गर्मी का प्रकोप रहा। हालांकि, दोपहर बाद मैदानी क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने लगीं। उधर, पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया। ऊखीमठ और आसपास के क्षेत्रों में झमाझम वर्षा हुई। यहां शाम तक करीब 40 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। इसके अलावा भी पहाड़ों में कई जगह वर्षा दर्ज की गई।
वहीं, मौसम के करवट लेने से मैदानी क्षेत्रों में भी भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल व चंपावत में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही वर्षा के तीव्र दौर और करीब 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ चलने की संभावना है। इसके अलावा उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भी वर्षा, अंधड़ के आसार हैं।