जम्मू। शिवखोड़ी और कठुआ में आतंकी हमलों के बाद आतंकी फिर से जम्मू में बड़े हमले का षड्यंत्र रच रहे हैं। सुरक्षाबल को इस सूचना के बाद हाई अलर्ट पर रखा है। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था की फिर से समीक्षा की जा रही है।
खुफिया एजेंसियों ने जम्मू, राजौरी, पुंछ में किसी बड़े हमले की आशंका व्यक्त की है। राजमार्ग के साथ-साथ संपर्क मार्गों पर भी विशेष नाके स्थापित किए गए हैं। जम्मू के साथ राजौरी-पुंछ में संवेदनशील भवनों की सुरक्षा बढ़ाई गई है। सुरक्षाबल के शिविर में जवानों को सतर्क रहने को कहा गया है।
सूत्रों की माने तो सीमा पार से आतंकी संगठनों के कुछ संदेश पकड़े गए हैं। यहां बता दें कि तीन दिन में जम्मू क्षेत्र में तीन हमले हुए। खास बात है कि आतंकियों ने इस बार उन क्षेत्रों को निशाना बनाया है, जो अपेक्षाकृत शांत रहे हैं और पिछले दो दशक में कोई बड़ी आतंकी घटना नहीं है।
आतंकियों की इस बदली रणनीति से सुरक्षाबल चौकन्ना हैं। अब अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा प्रबंधों को उसके अनुसार बदला ला रहा है। बता दें अमरनाथ यात्रा के लिए काफिले जम्मू के यात्री निवासी से रवाना किए जाते हैं। कठुआ जिले के हीरानगर के गांव सोहाल में बुधवार को आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान मोर्चा संभालते सेना के जवान l
आतंकियों की तलाश के लिए सेना का तलाशी अभियान जारी है। सुरक्षाबलों ने आज भी डोडा जिले के गंदोह के कोटा टॉप इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। बीते दिन आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई थी जिसमें एक पुलिस जवान घायल हो गया था।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान जान गंवाने वाले सीआरपीएफ जवान कबीर दास उइके का पार्थिव शरीर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा मौजूद उनके आवास पर लाया गया है। सीआरपीएफ की डीआईजी नीतू सिंह ने आज उनके आवास पर उनके परिवार से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दिया।