ऋषिकेश। ऋषिकेश से रानी लक्ष्मीबाई जंक्शन (इंदौर) के बीच चलने वाली उज्जैन एक्सप्रेस में महिला के कटे हाथ-पैर मिलने से सनसनी फैल गई। जीआरपी और आरपीएफ ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि इंदौर में भी एक ट्रेन से महिला का धड़ मिला है, जिसके हाथ-पैर नहीं है। ऐसे में ऋषिकेश में मिले मानव अंग उसी महिला के होने की आशंका भी जताई जा रही है। दोनों मामलों की कड़ियां जोड़ने में जुटी जीआरपी इसका पता लगाने के लिए मानव अंगों की डीएनए प्रोफाइल तैयार करा रही है।
रविवार को उज्जैन एक्सप्रेस शाम करीब साढ़े छह बजे योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पहुंची। यात्रियों के उतरने के बाद ट्रेन को सफाई के लिए स्टेशन की वाशिंग लाइन संख्या नौ पर खड़ा कर दिया गया। सोमवार को तड़के करीब चार बजे सफाई के दौरान कर्मचारियों को कोच एस-1 और एस-2 के बीच टायलेट के पास प्लास्टिक का एक कट्टा मिला, जिससे तेज दुर्गंध आ रही थी। इसकी जानकारी आरपीएफ को दी गई।मौके पर पहुंची उप निरीक्षक गायत्री देवी और उप निरीक्षक आनंद गिरी ने कट्टे को खोला तो उसमें घुटने के नीचे से कटे हुए दो पैर और दो हाथ बरामद हुए, जो किसी महिला के थे।
जीआरपी थाना प्रभारी निरीक्षक टीएस राणा ने बताया कि इस संबंध में इंदौर से ऋषिकेश के बीच सभी रेलवे स्टेशनों को सूचना दी गई। कुछ देर बाद इंदौर से जीआरपी थाने के प्रभारी निरीक्षक संजय शुक्ला ने फोन पर बताया कि शनिवार को इंदौर में एक ट्रेन में सूटकेस के अंदर महिला का धड़ बरामद हुआ था, जिसका सिर और हाथ-पैर नहीं थे।
मामले में जीआरपी थाना इंदौर में मुकदमा दर्ज है। टीएस राणा ने बताया कि ऋषिकेश में बरामद मानव अंगों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।