सऊदी अरब:इस्लाम के गढ़ सऊदी अरब में गुरुवार को जब अरब की सुदंरियां रैंप पर उतरीं तो दुनिया देखती रह गई. जिस देश में इस्लाम को लेकर कड़े कानून हों, वहां के लिए फैशन-शो किसी अचरज से कम नहीं है. सऊदी अरब में मुस्लिमों के दो सबसे पवित्र शहर मक्का और मदीना भी हैं, जहां हज और उमरा करने के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं. अब इसी देश में सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान फैशन शो आयोजित करा रहे हैं.
सऊदी अरब की डिजाइनर टीमा आबिद ने गुरुवार को पहले रेड सी फैशन की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने ब्राइडल वियर कपड़ों का प्रदर्शन किया. डिजाइनर ने इन कपड़ों को बनाने में कड़ी मशक्कत की है, इसे समुद्र से प्रेरित होकर उन्होंने डिजाइन किया है.
कहा जा रहा है कि इस फैशन शो के पीछे सऊदी का बड़ा प्लान है. कुछ महीने पहले मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में सऊदी के भाग लेने को लेकर भी खबरें आई थी, फिलहाल इस आयोजन को कराने वाले संगठन ने खबर को सिरे से खारिज कर दिया था.
सऊदी में हो रहे रेड सी फैशन वीक का आयोजन समुद्र के बीच में किया जा रहा है. इसे सेंट रेड सी रेसॉर्ट में आयोजित किया गया है, इस रेसॉर्ट में सिर्फ नाव से ही जाया जा सकता है. कहा ये जा रहा है कि सऊदी चाहता है कि अगला यूरोप अरब बने, जिसकी वजह से सऊदी फैशन शो के नक्शे पर छा जाना चाहता है. इसलिए सऊदी अरब लगातार अपने देश के डिजाइनरों को बढ़ाला दे रहा है. रेड सी फैशन वीक 2024 में 7 डिजाइनर हिस्सा ले रहे हैं.
डिजाइनर टीमा आबिद के पहले इवेंट से इस शो की शुरुआत हुई है. टीमा आबिद को डिजाइनिंग के क्षेत्र में 16 साल का अनुभव है. दरअसल, सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान लगातार अपने देश को बदल रहे हैं. उनकी उदारवादी नीतियों की वजह से सऊदी की कट्टरवादी छवि बदल रही है.
दुनिया में सऊदी की पहचान उदारवादी देश के रूप में बढ़ रही है. प्रिंस की वजह से सऊदी अरब में आधुनिकीकरण का दौर चल रहा है. वह पहले ही आधुनिक इस्लाम की बात कह चुके हैं. इन्ही चीजों को लेकर सऊदी प्रिंस ‘विजन-2030’ पर काम कर रहे हैं.