रुद्रप्रयाग। चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है। 10 मई को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर पूरे विधि-विधान के साथ विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री, यमुनोत्री समेत केदारनाथ धाम का कपाट खोला गया।
धामों के कपाट खुलने के साथ ही यहां भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा और रोजाना हजारों की संख्या में लोग दर्शन को पहुंच रहे हैं।केदार बाबा के प्रति भक्तों की आस्था का सैलाब उमड़ चुका है। बाबा की यात्रा में तमाम परेशानियां भी भक्तों की भक्ति के आगे बौनी साबित हो रही है।गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक की 16 किमी पैदल कठिन यात्रा तय कर भक्त अपने भोले बाबा के पास दर्शनों को पहुंच रहे हैं। केदारधाम पहुंच रहे भक्तों का केदार बाबा के प्रति श्रृद्धा देखने लायक है। कोई बीते एक दशक से लगातार बाबा के दर्शनों को पहुंच रहा है तो कोई दो दशक से।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कपाट खुलने के अवसर पर विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को बधाई दी और देश एवं प्रदेश की खुशहाली की कामना की। कहा कि इस बार चारधाम यात्रा नया कीर्तिमान बनायेगी। प्रदेश सरकार तीर्थयात्रियों की सुविधा हेतु प्रतिबद्ध है। इस दौरान सात हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने के साक्षी बनें।केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की पूर्व संख्या पर मंदिर को बदरी केदार मंदिर समिति द्वारा भव्य रूप से सजाया गया है। मंदिर को 20 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया था। साथ ही कपाट खुलते समय तीर्थयात्रियों पर आकाश से हेलीकाप्टर द्वारा फूलवर्षा हुई।
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पहले दिन ही भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा, हजारों की संख्या में भक्त दर्शनों को पहुंचे। केदारनाथ के कपाट खुलने के अवसर पर मौसम साफ था, लेकिन तापमान सुबह माइनस दो डिग्री था। पूरे दिन मौसम पल-पल बदलता रहा।कड़ाके की ठंड में भी केदारनाथ धाम में बड़ी संख्या में भक्त दर्शनों को पहुंचे। भक्तों में भोले बाबा के दर्शनों का उत्साह देखते ही बनता था। लंबी लाइनें लगाकर भक्त दर्शनों को इंतजार करते रहे। वहीं यात्रा के पहले दिन ही भक्तों की भारी भीड़ से आने वाले दिनों में यात्रा के प्रति भक्तों का उत्साह का पता लगाया जा सकता है।
वहीं यात्रा प्रारंभ होने के तीसरे दिन बदरीनाथ धाम का कपाट खुला। भू बैंकुंठ बदरीनाथ मंदिर के कपाट रविवार को सुबह छह बजे विधि विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालुओं के लिए खुल गए है।कपाट खुलने के पहले दिन लगभग 20 हजार से अधिक भक्तों ने पूजा अर्चना की। बदरीनाथ कपाट खुलने के मौके पर पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर पहला महाभिषेक पूजा अर्चना की गई।
बदरीनाथ धाम में ब्रह्म बेला पर सुबह चार बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई। हल्की बारिश के बीच आर्मी बैंड व पीआरडी के ढोल नगाडो की मधुर धुन के साथ भोटिया जनजाति व बामणी गांव की महिलाओं के पारंपरिक संगीत और नृत्य ने माहौल को भक्तिमय बनाया।बदरीनाथ के कपाट खोलने की धार्मिक परंपराओं के निर्वहन के साथ कुबेर जी दक्षिण द्वार से श्री उद्धव जी एवं गाडू घडा उत्तर द्वार से मंदिर में प्रवेश किया।