ब्राजील :ब्राजील के दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश , बाढ़ और भूस्खलन के कारण हालात खराब हो गए हैं। स्टेट डिफेंस एजेंसी के मुताबिक बाढ़ के कारण अब तक 58 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 74 से ज्यादा लोग घायल है। बाढ़ के कारण करीब 70 हजार से ज्यादा लोगों अपना घर छोड़ना पड़ा है।
इसके अलावा 67 लोगों के लापता होने की खबर है। बाढ़ के कारण ब्राजील के रियो ग्रांडे डो सुल राज्य का पोर्टो एलेग्रे शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। सोमवार (28 अप्रैल) से रियो ग्रांडे डो सुल में आ रहे तूफानों की वजह से 300 नगर पालिकाएं प्रभावित हुई हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा ने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है और उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से मदद का वादा किया है। साथ ही उन्होंने बाढ़-बारिश के लिए जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं ब्राजील के मौसम विभाग ने भी कहा है कि बारिश की बढ़ती तीव्रता के लिए अल-नीनो जिम्मेदार है।
ब्राजील के रियो ग्रांडे डो सुल राज्य में बारिश के कारण बांध टूटने का खतरा है। शहर में बहने वाली गुआबा नदी रिकॉर्ड 5.04 मीटर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर है, जो 1941 के बाद सबसे ज्यादा है। बचावकर्मियों को लोगों का रेस्क्यू करने में परेशानी हो रही है। सड़कें तबाह हो गई हैं और पुल पानी के बहाव के कारण बह गए हैं।
स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, बचावकर्मी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। पोर्टो एलेग्रे एयरपोर्ट ने शुक्रवार 3 मई को अनिश्चित काल के लिए उड़ाने निलंबित कर दीं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
शहर में भारी बारिश के कारण 3 से ज्यादा हाइड्रो प्लांट बंद पड़ गए हैं। जिससे शहर में पीने योग्य पानी की कमी हो गई है। 5 लाख लोगों को पीने योग्य पानी नहीं मिल पा रहा है। रियो ग्रांडे डो सुल के गवर्नर एडुआर्डो लेइट ने कहा कि उनके राज्य को आपदा के बाद पुनर्निर्माण के लिए भारी निवेश की “मार्शल योजना” की जरूरत होगी। हमने ऐसी हालत आज तक नहीं देखी। ये देश में अब तक के सबसे खराब हालात हैं।
शनिवार को शहर की एक और नदी, ग्रावताई के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के बाद पोर्टो एलेग्रे शहर के मेयर सेबेस्टियाओ मालो ने लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकलने की सलाह दी है। उन्होंने लोगों को मदद का आश्वासन दिया है।