वॉशिंगटन :पुलिस ने हाल के हफ्तों में अमेरिका के कॉलेज परिसरों में फलस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन के दौरान 2000 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया। एसोसिएटेड प्रेस टेली ने गुरुवार को यह जानकारी दी। अमेरिका के करीब हर कोने में फलस्तीन समर्थक प्रदर्शन हुए और गिरफ्तारियां हुईं। बीते चौबीस घंटों में लॉस एजिंल्स के प्रदर्शन ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है, जहां गुरुवार की सुबह अधिकारी प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर टूट पड़े।कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने जगह खाली करने के आदेश का उल्लंघन किया। कुछ लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए फ्लैश ग्रेनेड का इस्तेमाल किया।
लॉस एजिंल्स काउंटी शेरिफ विभाग के आंकड़ों का हवाला देते हुए कैलिफोर्निया राजमार्ग गश्ती दल के सार्जेंट एलेजांद्रो रुबियो ने बताया कि कम से कम 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया। रुबियो ने कहा कि लॉस एंजिल्स शहर के पास काउंटी जेल परिसर में उन पर मामला दर्ज किया जा रहा है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय पुलिस तय करेगी कि कौन से आरोप लगाने हैं। प्रदर्शनकारियों ने आह्वान किया कि इस्राइल या उसकी कंपनियों के साथ व्यापार करना बंद करें, क्योंकि वे गाजा में युद्ध का समर्थन करते हैं।
17 अप्रैल को कोलंबिया विश्वविद्यालय में शुरु हुए प्रदर्शन अब देशभर के विश्वविद्यालयों के परिसरों तक फैल गए हैं। छात्र इस्राइल-हमास युद्ध को खत्म करने का आह्वान कर रहे हैं। इस युद्ध में गाजा पट्टी में अब तक 34 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले साल सात अक्तूबर को हमास के आतंकवादियों ने दक्षिणी इस्राइल पर हमला किया था और करीब 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और करीब ढाई सौ लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद इस्राइल ने गाजा पर हमला शुरू किया था।
कैलिफोर्निया राजमार्ग गश्ती अधिकारी गुरुवार तड़के सैकड़ों की संख्या में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय परिसर में घुसे। उन्होंने फेसशील्ड, हेलमेट और गैस मास्क पहने हुए थे और हाथों में डंडे लिए हुए थे। अधिकारियों ने घंटो तक लाउड स्पीकर से चेतावनी दी कि अगर एक हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ तितर-बितर नहीं हुई तो गिरफ्तारियां होंगी। प्रदर्शनकारियों और पुलिस में धक्का-मुक्की हुई। इसके बाद छात्रों की गिरफ्तारियां शुरू हुई।