मुजफ्फरनगर। दो मंजिला मकान जैक से उठाते समय भरभराकर गिर गया। मलबे में 20 श्रमिक दब गए। पुलिस ने मलबे में दबे 16 श्रमिकों को बाहर निकाला, इनमें दो की मौत हो गई। दूधिया रोशनी में डीआइजी, डीएम और एसएसपी के देखरेख में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस जेसीबी मशीनों के साथ बचाव कार्य में जुटी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर संज्ञान लेते हुए प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकालने तक अभियान जारी रखने के आदेश दिए हैं।
घटना के बाद मकान मालिक और ठेकेदार दोनों फरार हो गए। मेरठ के मुरसलीन का जानसठ में पानीपत-खटीमा हाईवे पर बिजलीघर के सामने 400 वर्ग गज में दो मंजिला मकान था, जिसमें छह दुकानें बनी हुईं थीं। हाईवे चौड़ीकरण के कारण मकान नीचा हो गया था, जिसे उठाने के लिए पांच दिन से कार्य चल रहा था। इसका ठेका रामपुर जिले के छुट्टन ठेकेदार को दे रखा था।
बताया गया है कि रविवार शाम पांच बजे मजदूर कई जैक लगाकर मकान उठा रहे थे। तभी जैक तिरछा हो जाने के कारण पूरा मकान भरभरा कर गिर गया, जिसमें सभी श्रमिक दब गए। बचाव दल के पहुंचने से पहले स्थानीय लोग मलबे को हटाने में जुट गए। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी और एसएसपी अभिषेक सिंह मौके पर पहुंचे और जेसीबी की मदद से मलबा हटवाना शुरू कर दिया।
16 मजदूरों को बाहर निकाल कर सरकारी अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने मुरादाबाद के मोहित और रामपुर के पीयूष को मृत घोषित कर दिया। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी का कहना है कि कई टीमें बचाव कार्य में लगी हैं। 16 श्रमिकों को बाहर निकाल लिया गया है। इनमें दो की मौत हो गई है।