तेल अवीव: इजरायल ने अपने बंधकों की रिहाई के बदले फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने की डील पर सहमति जता दी है। अमेरिका की ओर से इजरायल के सामने ये प्रस्ताव रखा गया था, जिस पर वह राजी हो गया है।
इस प्रस्ताव में हमास की ओर से गाजा में बंधक बनाए गए 40 इजरायली नागरिकों को छोड़ा जाएगा। बदले में इजरायल सरकार अपनी जेलों में बंद 700 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगी। इनमें इजरायली नागरिकों की हत्या के लिए उम्रकैद की सजा काट रहे 100 कैदी भी शामिल हैं।
सीएनएन के मुताबिक, उसके सहयोगी चैनल 11 (कान न्यूज) ने वरिष्ठ इजरायली अधिकारी के हवाले से ये रिपोर्ट की है। अधिकारी ने कहा कि इजरायल अपने बंधकों की घर वापसी के लिए महत्वपूर्ण समझौते पर सहमत हो गया है। वहीं गाजा में मानवीय मदद और इजरायली सैन्य पुनर्स्थापन जैसे मुद्दे अभी ज्यों के त्यों बने हुए हैं।
सीआईए निदेशक बिल बर्न्स ने इजरायली अफसरों के सामने प्रस्ताव रखा था, जिस पर वह सहमत हो गए। बर्न्स हाल ही में दोहा, कतर में थे, जहां हमास और इजरायल मध्यस्थों के माध्यम से बातचीत हुई। हालांकि इस समझौते को हमास की ओर से अभी मंजूरी नहीं मिली है। हमास को समझौते पर प्रतिक्रिया देने में तीन दिन लग सकते हैं।
सीएनएन विश्लेषक रैविड ने बताया कि दोहा में बातचीत में शामिल हमास के प्रतिनिधि प्रस्ताव की शर्तों पर उस व्यक्ति से बात करेंगे, जो वास्तव में निर्णय लेता है। ये व्यक्ति गाजा में हमास का नेता याह्या सिनवार है। याह्या गाजा में जमीन के नीचे बनी सुरंगों में रह रहा है। ऐसे में उस तक प्रस्ताव की शर्तों को पहुंचाना और फिर जवाब आने में कुछ समय लगेगा।
सीएनएन के मुताबिक अगर ये समझौता फाइनल होता है, तो इसके कई चरण होने की उम्मीद है। पहले चरण में हमास ने बंधकों को रिहा करने का प्रस्ताव रखा है, जिनमें महिलाएं, इजरायली सैनिक, बुजुर्ग, बीमार और घायल शामिल हैं।
माना जा रहा है कि अभी भी हमास के पास गाजा में करीब 100 लोग बंधक हैं। इसमें से 40 लोगों को इस प्रस्ताव में छोड़ा जा सकता है। इनमें कुछ अमेरिकी बंधक भी शामिल हो सकते हैं। 50 साल से ज्यादा के बंधक पुरुषों में कुछ अमेरिकी नागरिक भी हैं।