देहरादून: होली के त्योहारी सीजन में उत्तराखंड परिवहन निगम यात्रियों की भीड़ की संभावना को देखते हुए अतिरिक्त बसें लगाने का दावा कर रहा था, लेकिन होली से पूर्व ही उसके दावों की हवा निकल गई।
शुक्रवार को स्थिति यह हुई कि हल्द्वानी, आगरा व मुरादाबाद के लिए बसें कम पड़ गई और यात्रियों में मारामारी मची रही। जो बस भी इस मार्ग के लिए निकली, उसमें पांव रखने की भी जगह नहीं थी।
ऐसे में परिवहन निगम ने हल्द्वानी के लिए पांच और आगरा के लिए दो अतिरिक्त बसें लगाईं, लेकिन यह भी कम पड़ गई। वहीं, यही स्थिति दिल्ली से आने वाली बसों में भी रही। दिल्ली आइएसबीटी से देहरादून के लिए जो भी बस निकली, वह पूरी तरह पैक रहीं।बस में भले पांव रखने की जगह न हो, लेकिन किसी तरह से जिद्दोजहद कर उनमें सवार हुए यात्रियों ने पूरा सफर खड़े होकर तय किया। होली की छुट्टी पर घर जाने वालों की भीड़ का यह नजारा शुक्रवार को देहरादून आइएसबीटी पर देखने को मिला।
हल्द्वानी, आगरा, फरीदाबाद, मेरठ, बरेली, मुरादाबाद और चंडीगढ़ आदि मार्गों पर परिवहन निगम की बसें पूरी तरह फुल रहीं। वाल्वो, एसी व जनरथ बसों के लिए टिकट बुकिंग तो पहले ही फुल थी। साधारण बस में भी सीटें फुल होने से यात्रियों को खड़े होकर सफर करना पड़ा। हालात ऐसे रहे कि यात्री बसों की छत पर चढ़कर जाने को भी तैयार थे, पर इसकी मंजूरी नहीं मिली।उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने भी अतिरिक्त बसें लगाई हुई थी। देहरादून से कुमाऊं की तरफ जाने वाले यात्रियों की संख्या भी खासी अधिक रही। इस मार्ग पर बसों की संख्या कम होने से यात्रियों ने
यात्रियों की भीड़ का आइएसबीटी जैसा नजारा रेलवे स्टेशन पर भी देखने को मिला। ट्रेनों में पांव रखने की भी जगह नहीं रही। लिंक एक्सप्रेस, दून-हावड़ा एक्सप्रेस समेत जनता एक्सप्रेस फुल रहीं। जनरल टिकटों के लिए मारामारी मची रही, वहीं अतिरिक्त काउंटर भी लगाए गए। ट्रेनों की संख्या कम थी जबकि यात्रियों की संख्या हजारों में रही।
देहरादून से वाराणसी के बीच चलने वाली जनता एक्सप्रेस शाम सवा छह बजे पैक होकर रवाना हुई। वहीं, हावड़ा एक्सप्रेस में भी यात्रियों की भीड़ रही। त्योहारी सीजन में घर पहुंचने की होड़ में यात्रियों ने टिकट नहीं मिलने पर चालान रसीद के सहारे खड़े होकर यात्रा की।
देहरादून से पूर्वांचल जाने वाली ट्रेनों में इन दिनों वेटिंग लिस्ट 300 से पार चल रही है। दोपहर डेढ़ बजे रवाना होने वाली देहरादून सूबेदारगंज लिंक एक्सप्रेस में भीड़ का आलम यह था कि ट्रेन 12 बजे ही पैक हो गई थी। यात्रियों की भीड़ से प्लेटफार्म तक पैक रहे। रेलवे ने लंबी दूरी की ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए हुए थे, लेकिन इससे भी यात्रियों को राहत नहीं मिली।
होली पर बसें व ट्रेनें कम पड़ जाने से डग्गामार वाहनों की जमकर मौज आई। मैक्स, कैब, टैक्सी व प्राइवेट बस वालों ने यात्रियों को जमकर लूटा। चार सौ रुपये के किराये वाले सफर के डग्गामार वाहनों संचालकों ने छह सौ से सात सौ रुपये तक वसूले गए। मजबूरी में यात्रियों को इन वाहनों की मनमानी सहन करनी पड़ी। सुबह से रात तक डग्गामार वाहन दौड़ते रहे, पर किसी जिम्मेदार सरकारी महकमे ने इन्हें पकड़ने की जहमत नहीं उठाई।
यात्रियों की भीड़ के मद्देनजर उत्तराखंड परिवहन निगम ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व हल्द्वानी मार्ग पर बसों के फेरे 30 प्रतिशत बढ़ा दिए हैं। निगम के मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने बताया कि यात्रियों की आवश्यकता को देखकर बसों की संख्या बढ़ाई गई है। कोशिश यह रहेगी कि यात्रियों को खड़े होकर सफर न करना पड़े।
दिल्ली से लौटने वाली बसों में भी भारी भीड़ के चलते यहां से खाली बसें भी दिल्ली भेजी गईं। वहीं, होली के दिन यानी 25 मार्च को दोपहर दो बजे के बाद यात्रियों की भीड़ को देखते हुए सभी चालक-परिचालकों और डिपो प्रबंधकों को अलर्ट पर रहने और बसों की पूरी व्यवस्था रखने के आदेश दिए गए हैं।
ट्रेन के जरिये दिल्ली आवागमन करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है। होली के त्योहार के चलते रेलवे ने शताब्दी ट्रेन में एक कोच बढ़ाया है। हल्द्वानी रेलवे स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक चयन राय ने बताया कि 23 व 24 मार्च को काठगोदाम से दिल्ली और दिल्ली से काठगोदाम आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में एक कोच अतिरिक्त लगेगा। इससे 70 यात्रियों को सुविधा मिलेगी।