हल्द्वानी। अप्रैल माह में पारा बढ़ने के बाद ही जल संस्थान के नलकूप की मोटर फुंकना आम बात हो जाएगी। जल संस्थान के स्टोर में सिर्फ 10 से 15 मोटर्स रिजर्व में रखी गई हैं। जबकि शहर में करीब 56 नलकूप स्थापित हैं। ऐसे में अगर जल संस्थान पहले से तैयार नहीं हुआ तो उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतें झेलनी होंगी।
रविवार को पीलीकोठी में जल संस्थान की ओर से दो टैंकर भेजे गए। यहां करीब दो हजार की आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, इंदिरानगर में करीब 20 दिन से परेशान लोगों को राहत मिल गई है। इंजीनियरों की ओर से पाइपलाइन में लीक हो रहे जोड़ को ठीक कर दिया गया है। जल संस्थान के अपने 10 टैंकर हैं।
नलकूप फुंकने के बाद लोगों को तीन से चार दिन पेयजल संकट से जूझना पड़ता है। ऐसे में जल संस्थान की ओर से भेजे गए टैंकर से भी लोगों को राहत नहीं मिल पाती है। जल संस्थान के सहायक अभियंता रविंद्र कुमार ने बताया कि स्टोर में करीब 10 से 15 मोटर रिजर्व में रखी गई है।
नलकूप फुंकते ही मोटर बदलने का कार्य शुरू कर दिया जाता है। दूसरी ओर खराब मोटर की रिपेयरिंग भी शुरू कर दी जाती है। अधिशासी अभियंता रवि शंकर लोशाली ने बताया कि पेयजल संकट से निपटने के लिए जल संस्थान तैयार है। तिकोनिया, ऊंचापुल, काठगोदाम, ट्रांसपोर्ट नगर के सहायक अभियंताओं की टीम भी गठित कर दी गई है।